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गाजीपुर: हथियाराम मठ के बुढि़या माई के दरबार में सांसद अफजाल अंसारी ने टेका मत्था, कहा दर्शन करके हुआ धन्य

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी ने शुक्रवार को हथियाराम मठ पहुंचे जहां पर उन्‍होने बुढि़या माई का दर्शन किया और कहा कि जीवन के लिए कई समय ऐसे हैं जो बहुत समय बीत जाने के बाद याद रहता है। आज के दिन का क्षण ऐसा है कि सिद्ध पीठ हथियाराम मठ के महामंडलेश्वर महंत श्री भवानी नंदन यति महाराज के साथ गुजरा। यहां आने का  एक बहाना सौर ऊर्जा का था। परंतु सच्चाई सिद्ध पीठ की  बुढ़िया मां के दर्शन का है। अच्छा कार्य अच्छे स्थान   से शुरू किया जाता है। जनपद में पांच ऐसे स्थल चुने गए हैं उसमें पहला स्थान सिद्धपीठ हथियाराम  से बिकास कार्यक्रम आज शुभारंभ किया गया। 


मेरी योजना निधि से चयन में पेयजल प्रकाश की सुविधा हुई है। जीवन में तमाम प्रकार के मौके आते हैं। सत्य को छुपाया नहीं जा सकता। सार्वजनिक जीवन में गरीब की मदद व  सहायता होनी चाहिए। यहां आने पर मेरे अंदर एक शक्ति की बैटरी चार्ज हो गई। सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि मैं यहां उसी उम्मीद को लेकर आया कि  मुझे आशीर्वाद मिला। यहा से  सफलता के लिए बहुत कुछ मिला ।मुझे बुढ़िया मां का दर्शन करने का मौका मिला  मै धन्य हुआ। देश में ऐसे बहुत स्थान का महत्व है उसमें तमाम नाम हैं। परंतु गाजीपुर की धरती मे प्राचीन काल से यहां का एक इतिहास है। यह एक तपोभूमि ऋषि यों की रही है। इतिहास मौजूद है कि 600 वर्षों पूर्व यहां पर उस समय पीठाधीश्वर रहे उनके नियम बनाने के साथ ही  लगातार धार्मिक अनुष्ठान किया जाता रहा। जब देश में मुगलों का शासन था तब भी यहां के लोग मठ की जमीन आवंटित किए थे ।


मठ की धरातल पर क्या मान्यता है जो मुगल शासन में भी योगदान रहा है। यहा और भी बहुत चीजें मिलती हैं परंतु दिखती नहीं। उन्होंने कहा कि संतों के सानिध्य में रहने से सब कुछ संभव है मुझे आज भी सिद्ध पीठों में आस्था रहती है। धरती पर संत नहीं रहेंगे तो यह धरती भी कुंड हो जाएगी। धर्मगुरु के प्रति आस्था होनी चाहिए यही मानवता है। मैं जिस क्षेत्र से हूं वहां 92% हिंदू रहते हैं मुसलमान 8% रहते हैं। हम सबके लिए खड़े रहेंगे। इन्होंने सिद्ध पीठ में आकर सिद्धिदात्री मा व बुढ़िया मां का दर्शन  कर मत्था टेका। इन्होने चुनाव के बाद विकास में जो भी कार्य है उसे सिद्धपीठ हथियाराम  से शुरुआत की है। इनकी आस्था यहां से जुड़ी है उन्होंने पहली बार 2009 में भी सिद्ध पीठ में आकर बुढ़िया मां के यहां मत्था टेका था। गुरु का बीच-बीच में भी आशीर्वाद लेते रहे। इन्होंने मठ में नवलाख का सोलर ड्यूल पंप व चार सोलर लाईट  लगवा कर अटल ज्योति योजना के दूसरे फेज की अपनी सांसद क्षेत्र में शुरुआत सिद्ध पीठ से किया। 


इस कार्य योजना के शुभारंभ पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर महंत श्री भवानी नंदन यति व सांसद अफजाल अंसारी द्वारा द्वारा किया गया। इन्होंने सिद्ध पीठ में सोलर लाइट आटोमेटिक सोलर ट्यूब पंप दिया। मठ के विकास के लिए और भी योजनाएं की है। इन्होंने सिद्धपीठ को पर्यटन स्थल घोषित करवाने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया। जो महत्वाकांक्षी योजना 10 करोड़ की होगी । जिसकी स्वीकृति जल्द करा कर विकास कार्य शुरू करवाने की बात कही ।इसके अलावा सिद्ध पीठ के तालाब के सुंदरीकरण का भी प्रस्ताव किया है। 


इस मौके पर बाल संस्कृत विद्यालय के  बटको ने मंगलाचरण का मंत्र पढ़कर उनका स्वागत किया तथा महामंडलेश्वर महंत भवानी नंदन यति जी महाराज ने सांसद को अंगवस्त्रम देकर उन्हें सम्मानित किया। मौके पर सांसद प्रतिनिधि शिव कुमार राय जिला पंचायत अध्यक्ष के प्रतिनिधि विजय यादव बसपा के जिलाध्यक्ष रामप्रकाश गुड्डू सपा के विधानसभा अध्यक्ष कमलेश यादव मुन्नी यादव छोटू यादव पूर्व ब्लाक प्रमुख सतीश यादव राम जी मौर्य भावर कोल के पूर्व ब्लाक प्रमुख शारदानंद राय उर्फ लूटूर राय  रामनाथ ठाकुर रणजीत पांडे श्री राम राय जिला पंचायत सदस्य रमेश यादव पत्रकार रमेश यादव राजन पांडे सहित काफी संख्या में लोग रहे। आए लोगों को महामंडलेश्वर महंत श्री भवानी नंदन यति जी महाराज ने आशीर्वचन दीया।


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