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गाजीपुरः लगातार तीसरे दिन बवाल, कई घरों में उपद्रवियों ने की तोड़फोड़

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर गाजीपुर में बहुचर्चित सरैयां-कासिमपुर गांव के बीच उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार की सुबह हुए बवाल के बाद रात के वक्त भी उपद्रव की स्थिति उत्पंन हो गई। दोनों गांव के कुछ लोगों ने एक दूसरे के घर में घुसकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। फोर्स ने बवाल करने वाले लोगों को खदेड़ लिया। सूचना के बाद एसपी ओपी सिंह, एएसपी सिटी चंद्रप्रकाश शुक्ल समेत सीओ सिटी ओजस्वी चावला समेत पीएसी व पुलिस ने जवानों ने दोनों गांवों में चक्रमण कर लोगों से शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की।

रविवार की सुबह दोनों गांव के कुछ उपद्रवी युवकों ने जमकर बवाल किया था। दोनों गांवों के बीच रविवार की सुबह तीसरे दिन भी माहौल शांत नहीं हुआ। देर रात एक पक्ष के लोग दूसरे गांव में घुसकर अचानक तोड़फोड़ करने लगे। जब इसकी जानकारी गांव के लोगों को हुई तो वह भी बवाल करने लगे। चूंकि दोनों गांव के बीच उत्पंन हुए बवाल को ध्यान में रखते हुए पुलिस फोर्स वहां तैनात है इसलिए तत्काल ही पुलिस के जवान मौके पर पहुंच गये। रात में एसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी दोनों गांव में पहुंचे और वहां चक्रमण कर माहौल को शांत कराया।

रविवार की देर रात में हुए बवाल के मामले में एसओ सुहवल की तहरीर पर थाने में दोबारा 14 नामजद व 80 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। एसओ सुहवल ने बताया कि दोनों गांव के कौन-कौन लोग आग में घी डालने का काम कर रहे है। उन्हें चिह्नत करने का प्रयास जारी है। जल्द ही पुलिस मुख्य आरोपितों को पकड़कर छिटपुट हो रहे बवाल को शांत कर देगी। 


नाव के सहारे फरार हो जा रहे बवाली
सरैयां व कासिमपुर गांव की भौगोलिक स्थिति पर नजर डाले तो पता चलता है कि दोनों गांवों के बीच में दूरी तो है, लेकिन दोनों गांव गंगा नदी के किनारे मौजूद है। पुलिस का कहना है कि बवाल करने वाले लोग गंगा नदी के इस पार और उसपर दोनों तरफ के हैं। क्योंकि दोनों ही गांव में युवक और अधेड़ दिन के समय अपने घरों में नजर नहीं आ रहे हैं, लेकिन रात होते ही वह गांव में घुस जा रहे हैं। इससे जाहिर हो रहा है कि किसी साजिश के तहत इस प्रकार का बवाल कराया जा रहा है। दोनों गांवों में इस बात की भी चर्चा जोरों पर है कि इस बवाल को राजनीतिक तूल दिया जा रहा है।

पुलिस के अनुसार दोनों ही गांव के लोग इसपार से उस पार तक जाने और उधर के लोग यहां आने के लिए नाव का सहारा लेते हैं। ऐसे में यह सम्भव है कि नदी इसपार और उसपार के तटवर्ती लोगों के लोगों का सम्बंध आपस में मजबूत होगा। ऐसे में पुलिस को अंदेशा है कि बवाल कराने में उसपार के लोगों का भी हाथ हो सकता है। पुलिस ने बवालियों की तलाश में गंगा नदी के दोनों तरफ स्थित प्रमुख घाटों पर पुलिस फोर्स तैनात कर नाव से आने-जाने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि कोई बवाली इन दोनों गांव में नदी के सहारे प्रवेश न करने पाये। 

वर्तमान व पूर्व प्रधान की सरगर्मी से तलाश
सूत्रों के अनुसार पुलिस को सरैयां गांव के वर्तमान प्रधान व कासिमपुर के पूर्व प्रधान की सरगर्मी से तलाश है, लेकिन अब तक दोनों गिरफ्तार नहीं हुए है। हालांकि पुलिस ने घटना के पहले ही दिन दोनों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस का मामना है कि चुनावी रंजिश या फिर एक दूसरे को बदनाम करने के लिए इस प्रकार की सुनियोजित साजिश चल रही है। एसओ ने बताया कि दोनों आरोपितों की गिरफ्तार प्रमुख है। उनके सभी ठौर-ठिकानों पर दबिश डाली जा रही है। दोनों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है। टीम के लोग जल्द ही दोनों को गिरफ्तार कर लेंगे।  


गांव की गलियों में छाया सन्नाटा
घटना के तीसरे दिन यानि सोमवार को भी दोनों गांव की अधिकतर गलियों में सन्नाटा पसरा रहा। पुलिसिया कार्रवाई का इतना खौफ दिखा कि दोनों गांव के पुरुष, युवा वर्ग के लोग अपने घरों को छोड़कर पलायित हो गये है। सभी घरों में अधिकतर महिलाएं, बच्चे और बुजुगर्सा ही नजर आ रहे है। 

वीडियो रिकार्डिंग से बवालियों का चेहरा पहचाने की कोशिश
रेवतीपुर पुलिस ने बवाल में शामिल  पुरुष, महिलाएं, युवकों, युवतियों की शिनाख्त करने में जुट गई है। इसके लिए पुलिस ने वीडियो फूटेज भी आदि भी खंगालना शुरू कर दिया है। घटना के दूसरे दिन यानि शनिवार को मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बवालियों का चेहरा अपने मोबाइल में रिकार्ड किया है। इसी आधार पर उनका नाम पता करने करने का प्रयास चल रहा है। 

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