गाजीपुर: भारी न पड़े कोरोना वायरस को लेकर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी को फैलने से रोकने के लिए जहां प्रदेश सरकार ने एहतियात के तौर स्कूलों से लेकर प्रमुख केंद्रों को दो अप्रैल तक बंद कर दिया है, वहीं जिला अस्पताल प्रशासन की ओर से घोर लापरवाही बरती जा रही है। सामान्य वार्डों में भर्ती मरीजों के पास सुबह से लेकर शाम तक लोगों की भीड़ लग रही, ऐसे में न तो रोक ही लगाई जा रही है और न ही उन्हें मास्क ही उपलब्ध कराया जा रहा है।
शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों से रोजाना सैकड़ों लोग सामान्य से गंभीर बीमारी का उपचार कराने जिला अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं महिला, सर्जिकल, मेडिकल व इमरजेंसी वार्ड में मरीज भर्ती भी हो रहे हैं। ऐसे में कोरोना वायरस जैसे खतरनाक संक्रमण को लेकर लापरवाह बने अस्पताल प्रशासन के चलते आमजनों को मुसीबत का सामना न करना पड़े। सीएचसी व पीएचसी पर तैनात चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की मनमानी भी ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए भारी पड़ सकती है। वजह अधिकांश केंद्रों का संचालन फर्मासिस्ट व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किया जाता है, जबकि डाक्टरों की उपस्थिति न के बराबर होती है। ऐसे में विदेशों से आए लोगों की निगरानी इनके द्वारा कितनी की जा रही होगी। इसका सहजता से अनुमान लगाया जा सकता है।
जांच में नहीं मिला कोरोना वायरस का लक्षण
दुबई से लौटे मरदह ब्लाक के कंसहरी गांव के एक व्यक्ति को बुखार व खांसी की शिकायत होने पर जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड में लाया गया था। जांच के लिए स्वास्थ्य कर्मियों ने उसका ब्लड वाराणसी भेजा था। रिपोर्ट में कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं मिलने पर पुन: घर भेज दिया गया। वहीं रेवतीपुर के जिस युवक का तीन दिन पूर्व वाराणसी में इलाज चल रहा था, उसके जांच में बीमारी के लक्षण नहीं मिले। उनके घर पहुंचने पर जहां परिजनों ने राहत की सांस ली।
मुख्य सचिव ने जिला प्रशासन को जारी किया पत्र
मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने बीते 17 मार्च को स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन को पत्र भेजकर निर्देशित किया है कि चिकित्सा शिक्षा को छोड़कर शैक्षणिक संस्थान, जिम, म्यूजियम, पर्यटन स्थल, सांस्कृतिक एवं सामाजिक केंद्र, स्वीमिग पुल, थियेटर दो अप्रैल तक बंद रखे जाएं। तहसील दिवस व समाधान दिवस का आयोजन भी स्थगित रहेगा। कोरोना वायरस के मरीजों की चिकित्सा की व्यवस्था का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। निजी क्षेत्र के संस्थानों को प्रेरित किया जाए कि जहां तक संभव हो कर्मचारी घर से कार्य करें। सभी व्यापारिक गतिविधियों में ग्राहकों से न्यूनतम एक मीटर की दूरी बनाए रखी जाए।
ग्रामीणों को किया जागरूक, प्रदान किया मास्क
मुहम्मदाबाद : कोरोना वायरस से बचाव को लेकर ग्राम पंचायत चकशाह मुहम्मद उर्फ मलिकपुरा के आंगनबाड़ी भवन में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ग्राम पंचायत अधिकारी सूर्यभानु राय ने मौजूद ग्रामीणों को कोरोना से बचाव की जानकारी देते हुए कहा कि हाथ का बार-बार धोकर साफ रखें। अपने हाथों से नाक, चेहरा, आंख को छूने से परहेज करें। छींक या खांसी आने पर मुंह के सामने रूमाल या टिशू पेपर लगा लें। किसी तरह की समस्या समझ में आने पर चिकित्सक से तुरंत मिले। इस मौके पर ग्रामीणों को मास्क भी प्रदान किया गया। इद मौके पर अमर यादव, हरेंद्र यादव, देवेंद्र वर्मा, विजय कुशवाहा,बबलू कुशवाहा, विध्याचली देवी, पनवासी, मीर हसन उर्फ मीरकल्लू आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता ग्राम प्रधान शशिकांत शर्मा उर्फ भुवर ने की।