मौसम: जलवायु परिवर्तन से बदला मौसम का मिजाज, बारिश-ओलावृष्टि से अभी नहीं मिलेगी निजात!
मौसम विशेषज्ञ प्रो. ध्रुवसेन सिंह के मुताबिक मौसम में आये इस बदलाव का सबसे बड़ा कारण जलवायु परिवर्तन (climate change) है. इस वक्त हम जलवायु परिवर्तन के संक्रमण काल से गुजर रहे हैं.
गाजीपुर न्यूज़ टीम, उत्तर प्रदेश में मौसम के बदले मिजाज (Bad weather) के चलते तेज हवाओं के साथ बारिश (rain) और ओले (hail storm) पड़ने से सूबे के कई जिलों के किसान (farmer) पूरी तरह से बर्बाद हो गये हैं क्योंकि एक ओर जहां बे-मौसम बरसात और बर्फ़बारी (snowfall) की तर्ज पर ओलों के गिरने से दलहनी और तिलहनी फसलों के साथ खेतों में खड़ी गेंहू जैसी फसलें तेज हवाओं के चलते खेतों में गिर जाने से किसानों की कमर टूट गई है. तो वहीं दूसरी ओर अगले 72 घंटे में भी इसी तरह के मौसम की आशंका के चलते किसानों को अभी और नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है.
जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से बदला मौसम
मौसम विशेषज्ञ प्रो. ध्रुवसेन सिंह के मुताबिक मौसम में आये इस बदलाव का सबसे बड़ा कारण जलवायु परिवर्तन (climate change) है. इस वक्त हम जलवायु परिवर्तन के संक्रमण काल से गुजर रहे हैं. एक ओर जलवायु प्राकृतिक तौर पर बदल रही है तो वहीं दूसरी ओर उस पर मानवजनित गतिविधियों का भी बड़ा असर पड़ रहा है. जिसके चलते प्रदूषण बढ़ने के साथ ग्लोबल वार्मिंग का भी असर दिख रहा है. वहीं मौसम के असामान्य व्यवहार का समुद्री गतिविधियों के साथ मैदानी इलाकों पर भी असर पड़ रहा है.
जलवायु परिवर्तन के दो बड़े असर दिखाई दे रहे हैं
मौसम विशेषज्ञ प्रो. ध्रुवसेन सिंह बताते है कि जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का इस वर्ष दो बड़े प्रभाव देखने को मिले हैं. जिसके तहत एक ओर जहां इस बार अत्यधिक समय तक ठंड हो रही है. तो वहीं दूसरी ओर गर्मी के वक्त फिलहाल बरसात के मौसम की तर्ज पर बारिश और ओलावृष्टि हो रही है. इस वक्त पश्चिमी विक्षोभ या पछुआ हवाएं बहुत ज्यादा सक्रिय हो गई हैं. जिसके कारण जब उत्तरी और दक्षिणी भारत में गर्मी पड़नी चाहिए. उस वक्त यहां मानसून या बरसात की तर्ज पर बारिश हो रही है और ऊपरी सतह पर तापक्रम जीरो डिग्री से भी कम हो जाने के कारण बारिश के साथ ही साथ ओले भी पड़ रहे हैं और आने वाले 72 घंटे तक ऐसा ही मौसम बना रहने की संभावना है.