Today Breaking News

20 अक्टूबर तक कामायनी फुल, महानगरी और ताप्ती गंगा में भी नहीं खाली है सीट

गाजीपुर न्यूज़ टीम, भदोही. मुंबई वापसी करने वालों की संख्या में भारी वृद्धि हो गई है। टिकट के लिए आरक्षण केंद्र पर घमासान की स्थिति है। रेलखंड से चलने वाली एकमात्र ट्रेन स्पेशल कामायनी एक्सप्रेस में 20 अक्टूबर तक सीटें बुक हैं तो दूसरे रेलमार्ग से जाने वाली महानगरी एक्सप्रेस में 25 अक्टूबर से पहले का टिकट नहीं मिल रहा है। इसी तरह ताप्ती गंगा 15 अक्टूबर फुल है। ऐसे में तत्काल टिकटों के लिए मारामारी की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इंटरनेट के दौर में विभाग द्वारा स्थापित आरक्षण केंद्र फिसड्डी साबित हो रहा है। तत्काल का एक टिकट निकलना भी मुश्किल हो गया जबकि ट्रेवेल्स एजेंसी संचालक मुंबई का एक टिकट ढाई से तीन हजार रुपये में बेच रहे हैं।
लॉकडाउन के दौरान घर लौटे प्रवासियों की वापसी ने जोर पकड़ ली है। वाराणसी से लोकमान्य तिलक टर्मिनल तक चलने वाली कामायनी एक्सप्रेस में 20 अक्टूबर तक सीट नहीं है। अन्य रेलमार्गों से सूरत, अहमदाबाद, मुंबई सहित अन्य महानगरों को जाने वाली ट्रेनों में सितबंर तक सीटें फुल हैं। तत्काल टिकट की मांग में भारी वृद्धि हुई है। आरक्षण केंद्र पर लंबी कतार लग रही है। हालांकि एकल खिड़की का संचालन, सर्वर समस्या के कारण इक्का दुक्का लोगों को ही तत्काल टिकट मिल रहा है। तत्काल टिकट के लिए 20 से 25 फार्म भरे जा रहे हैं।

लाइन में लगे थे 30 लोग
मंगलवार को एक फार्म निकला था तो बुधवार को 30 लोग लाइन में थे लेकिन एक भी टिकट नहीं निकल सका। प्रभारी आरक्षण पर्यवेक्षक सुदामा यादव का कहना है कि इंटरनेट सिस्टम पर काम करने वाले बुङ्क्षकग चालू होते ही टिकट निकाल देते हैं जबकि आरक्षण केंद्र पर बाबू जब तक फार्म सबमिट करता है तब तक वेङ्क्षटग शुरू हो जाती  है। रेलवे के नए नियमों के तहत अब आरक्षण के लिए यात्री को फार्म पर महानगरों का भी पता अंकित करना अनिवार्य कर दिया गया है।
'