चुनाव आयोग की नई गाइड लाइन से यूपी में अधिकारियों के सामने कई चुनौती
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश की चुनाव मशीनरी पर आने वाले महीनों में काम का दबाव बढ़ेगा। केन्द्रीय चुनाव आयोग की कोविड-19 के मद्देनजर चुनाव करवाने के लिए नई गाइड जारी होने के बाद अब उसे सिर्फ प्रदेश विधान सभा की 8 खाली सीटों पर उपचुनाव ही नहीं करवाना है बल्कि स्नातक व शिक्षक क्षेत्र से चुने गये 11 एमएलसी की पिछले 4 महीनों से रिक्त चल रहीं सीटों पर भी चुनाव करवाना है।
इसी साल 25 नवम्बर को राज्यसभा के 10 सदस्यों का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है। नवम्बर के महीने में राज्यसभा की इन सीटों का भी चुनाव करवा होगा। इसके अलावा अगले साल 30 जनवरी को विधान परिषद के 12 अन्य सदस्यों का भी कार्यकाल पूरा हो रहा है। इन सीटों पर भी चुनाव होना है। प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि जब चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जाएगी तो फिर एक के बाद एक सभी चुनाव करवाए जाएंगे।
-नवम्बर में राज्यसभा की 10 सीटों पर होने वाले चुनाव में दो हफ्ते का समय लगेगा।
-नवम्बर के पहले हफ्ते में जारी हो सकती है इस चुनाव की अधिसूचना
-विधान परिषद की खाली सीटों पर चुनाव की प्रक्रिया पूरी करने में लगते हैं 25 दिन
स्नातक व शिक्षक क्षेत्र के 11 एमएलसी जिनका कार्यकाल इस साल 6 मई को खत्म हो गया
डा.असीम यादव, संजय कुमार मिश्र, केदारनाथ सिंह, डा.यज्ञदत्त शर्मा, ओम प्रकाश शर्मा, जगवीर किशोर जैन, ध्रुव कुमार त्रिपाठी, हेम सिंह पुण्डीर, चेत नारायण सिंह, उमेश द्विवेदी व कांति सिंह।
विधान परिषद के 12 एमएलसी विधान सभा क्षेत्र के जिनका कार्यकाल अगले साल 30 जनवरी को खत्म हो रहा
अशोक वाजपेई, अहमद हसन, आशु मलिक, रमेश यादव, रामजतन राजभर, वीरेन्द्र सिंह, डा.सरोजनीअग्रवाल, साहब सिंह सैनी, धर्मवीर सिंह अशोक, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, प्रदीप कुमार जाटव व लक्ष्मण प्रसाद आचार्य।
राज्यसभा के 10 सदस्य जिनका कार्यकाल इस साल 25 नवम्बर को खत्म हो रहा
जावेद अली खां, पी.एल.पुनिया, प्रो.रामगोपाल यादव, राजाराम, मनोहर पणिकर, वीर सिंह एडवोकेट, डा.तज़ीन फातिमा, डा.चन्द्रपाल सिंह यादव, नीरज शेखर वरवि वर्मा।
