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केवल 10 रुपये देकर बीमा अस्पतालों में आम लोग भी करा सकेंगे इलाज

गाजीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. सूबे के बीमा अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में अब 10 रुपए यूजर चार्ज देकर आम लोग भी इलाज करा सकेंगे। डॉक्टरों की कमी के चलते राज्य सरकार के अधीन बीमा अस्पतालों में सभी को ओपीडी सुविधा नहीं दी जा रही थी, जबकि ईएसआई कॉरपोरेशन के अधीन चल रहे सूबे के पांच बीमा अस्पतालों में यह सहूलियत सभी को मिल रही है। कॉरपोरेशन ने स्वास्थ्य विभाग से बीमा अस्पतालों का कोविड हॉस्पिटलों का दर्जा खत्म करने के बाद एनओसी मांगी है ताकि आम मरीजों की ओपीडी को फिर शुरू किया जा सके। कोरोना काल में आम मरीजों की ओपीडी पर ब्रेक लग गया था।

प्रदेश में कानपुर समेत 10 बीमा अस्पताल और 94 डिस्पेंसरियां राज्य सरकार संचालित करती है। श्रम चिकित्सा सेवा के निदेशक की ओर से 256 नए डॉक्टरों की नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू होने के बाद आम मरीजों को भी इलाज देने की योजना बनाई जा रही है। ईएसआई कॉरपोरेशन ने पहले ही फैसला किया है कि बीमा अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में मरीजों की संख्या 60 फीसदी से कम रहती है इसलिए यूजर चार्ज पर आम लोगों के लिए भी अलग ओपीडी चलाकर इलाज किया जाए।


इन बीमा अस्पतालों में होगी शुरुआत

ईएसआई मेडिकल स्कीम (श्रम चिकित्सा सेवा) के निदेशक प्रेमप्रकाश पाल ने बताया कि डॉक्टरों की भर्तियां होते ही नैनी, आगरा, सहारनपुर, मोदीनगर, सोनभद्र, अलीगढ़ बीमा अस्पताल और कानपुर में किदवई नगर,आजादनगर, सर्वोंदय नगर, पांडुनगर में आम मरीजों की ओपीडी शुरू की जाएगी। इसके बाद 33 जिलों की खाली 94 बीमा डिस्पेंसरियों में ओपीडी चलेगी।


यह पांच अस्पताल कॉरपोरेशन के 

ईएसआई कॉरपोरेशन कानपुर के जाजमऊ, लखनऊ, वाराणसी, बरेली और साहिबाबाद (गाजियाबाद) जैसे 5 बीमा अस्पतालों को संचालित करता है। बीते साल जाजमऊ के लिए कॉरपोरेशन ने 18 डॉक्टरों को तैनात किया है इसलिए वहां पर आईपी, उनके परिजनों और आम लोग इलाज पा रहे हैं। कोविड काल में भी नॉन कोविड मरीजों के लिए अलग वार्ड बना दिया गया था लेकिन कोरोना फोबिया के चलते आम मरीजों ने इलाज लेना बंद कर दिया। अब जाजमऊ का कोविड दर्जा खत्म कर दिया गया है इसलिए जल्द ही आम मरीजों को यहां इलाज मिलने लगेगा।

 
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