मिर्जापुर में 8 साल से 13 फर्जी शिक्षक ले रहे थे वेतन, सभी बर्खास्त
गाजीपुर न्यूज़ टीम, मिर्जापुर. मिर्जापुर में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के 13 शिक्षक और शिक्षिकाओं को बर्खास्त कर दिया गया है। इन लोगों की नियुक्ति ऐसे विषयों के टीचर के लिए हो गई थी जिसकी पढ़ाई स्कूल में नहीं होती थी। बेसिक शिक्षा के राज्य परियोजना निदेशक विजय किरण आनन्द ने ऐसे शिक्षकों की जांच कर कार्रवाई का निर्देश दिया था। जिले में सीडीओ की अध्यक्षता में गठित टीम ने जांच कर अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी थी। इसी के बाद गुरुवार को सभी को बर्खास्त कर दिया गया।
इन शिक्षकों की जिले के विभिन्न ब्लाकों पर स्थित स्कूलों में करीब आठ वर्षों से तैनाती थी। सीडीओ की अध्यक्षता में गठित टीम ने जब जांच शुरू की तो कई चौंकाने वाले मामले सामने आए। इनमें एक शिक्षक व एक गणित की शिक्षिका ने जांच शुरू होते ही त्यागपत्र दे दिया। एक शिक्षिका के शैक्षिक अभिलेखों में कमी पाये जाने पर निकालने का फैसला किया गया। इसके अलावा पाया गया कि गृह विज्ञान और वाणिज्य विषयों की पढ़ाई नहीं होती है लेकिन शिक्षकों की नियुक्ति कर ली गयी है।
इन ब्लाकों के विद्यालयों से शिक्षक बर्खास्त
जिले के हलिया, लालगंज, मड़िहान, छानबे, कोन, मंझवा, राजगढ़ व जमालपुर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों से शिक्षकों को निष्कासित किया गया है। सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक रमेश राय के अनुसार असंगत विषयों वाले शिक्षकों को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों से निकाला गया है, जबकि मूल विषयों हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों के टीचरों को समायोजित किया जा चुका है। आरटीई के मानक के अनुसार मुख्य विषयों के अलावा कार्यानुभव, कंप्यूटर शिक्षकों का भी समायोजन किया गया है।
बीएसए गौतम कुमार के अनुसार कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के अंसगत विषयों के पार्ट टाइम टीचरों पर सीडीओ अविनाश सिंह की अध्यक्षता वाली समिति ने विचार करने के बाद शासन के आदेश के अनुसार कार्रवाई की है।