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Ghazipur: किसान सम्मान निधि फर्जीवाड़े में शामिल 87 लोगों पर होगा मुकदमा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. जखनियां ब्लाक के धामूपुर में फर्जी तरीके से किसान सम्मान निधि लेने वालों से रिकवरी के साथ मुकदमा भी दर्ज होगा। जिला प्रशासन के कड़े तेवर के बाद कार्रवाई के भय से भारत सरकार के कोष में रुपया वापस करने की कवायद में यह जुटे हुए हैं। इसे कहां और कैसे जमा करना है इसके लिए अधिकारियों से लेकर सहज जनसेवा केंद्र तक पहुंच रहे हैं। उधर, लेखपाल पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। 

जखनियां ब्लाक के धामूपुर गांव में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में मिलीभगत कर बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया। जांच के लिए छह सदस्यीय टीम गठित की गई। अब तक की जांच में अखिलेश राजभर, अमरजीत राजभर, आशीष राजभर, वीना देवी, सुनीता सहित कुल 87 ऐसे लोग पाए गए हैं, जो फर्जी तरीके से इसका लाभ ले रहे हैं। जांच में यह तथ्य सामने आने पर जांच अधिकारियों ने सभी को निर्देश दिया है कि जितना धन आहरण किए हैं उसे भारत सरकार के कोष में आनलाइन जमा कर दें। इसके बाद से ही वह भारत सरकार के कोष में पैसा जमा करने के लिए सहज जनसेवा केंद्र पहुंच रहे हैं। हालांकि कुछ तकनीकी कमियां होने के कारण जमा नहीं हो पा रहा है।


फर्जी पंजीयन करने वाले का नहीं ले रहे नाम

फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद ग्रामीण परेशान तो हैं, लेकिन फर्जी पंजीयन करने वाले नाम नहीं बता रहे हैं। इधर, टीम को सिर्फ इतना पता है कि फर्जी कागजातों को लगाकर पंजीयन कराने वाला कासिमाबाद तहसील का रहने वाला है। टीम के अनुसार ग्रामीण यह पूछ रहे हैं कि साहब कहां और कैसे रुपये जमा होंगे, लेकिन जब उनसे इसके बारे में पूछताछ हो रही है तो वह इससे बच रहे हैं।


लेखपाल पर बड़ी कार्रवाई तय

किसान सम्मान निधि के लिए पहले आनलाइन पंजीयन करना होता है, उसके बाद लेखपाल उसकी जांच करते हैं कि इनके नाम से खेत है या नहीं। यह इसी गांव के हैं या कहीं और के। धामूपुर मामले में की जांच में यह प्रमाणित हो चुका है कि गांव के लेखपाल राकेश यादव ने बिना जांच किए ही मिलीभगत कर इसे वैरीफाई कर दिया। ऐसे में उस पर कार्रवाई तय है। 


ऐसे आनलाइन कर सकते हैं जमा

इसके लिए सबसे पहले भारत के पोर्टल को खोलें। इसके बाद नान रजिस्टर्ड पर क्लिक करें। यहां दिए गए फार्म को भरने के बाद इसमें डीपोजिटर कैटेगरी को सेलेक्ट करें। मिनिस्ट्री में एग्रीक्लचर और पर्पज में रिफंड आफ किसान सम्मान निधि का चयन करें। रिमार्क में अपना नाम और पूर्ण पता डालें एवं आगे एड पर क्लिक कर आगे बढऩे के साथ निर्देशानुसार फाइनल पेमेंट करें। इस विधि से कोई भी अपात्र अपनी धनराशि स्वयं जमा कर सकता है।


बोले जिलाधिकारी

किसान सम्मान निधि का फर्जी तरीके से रुपये लेने वालों से न सिर्फ वसूली होगी बल्कि उनके खिलाफ मुकदमा भी होगा। इसमें हर उसके खिलाफ कड़ा ऐक्शन लिया जाएगा जिनकी कहीं से तनिक भी संलिप्तता है। कैसे फर्जीवाड़ा किया गया और आगे यह न हो सके इसकी भी निगरानी की जाएगी।  - एमपी सिंह, जिलाधिकारी। 

 
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