Ghazipur: जिले में नौ जनऔषधि केंद्र, दो दर्जन से अधिक लोगों को मिला रोजगार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत जिले के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित जनऔषधि केंद्रों से न सिर्फ गरीब तबके के लोगों को काफी सहूलियत हो रही है, बल्कि लगभग दो दर्जन से अधिक लोगों को रोजगार भी मिला है। इन केंद्रों पर 40 से 90 फीसद तक सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जीवनरक्षक औषधियां उपलब्ध कराई जा रही हैं। संचालक भी अधिक लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए समय-समय पर इसके प्रति जागरूक करते रहते हैं।
प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना का मकसद लोगों को कम कीमत पर गुणवत्तायुक्त दवाएं उपलब्ध कराना है। जिले में नौ जगह गोराबाजार स्थित जिला अस्पताल, नगर कोतवाली के पास स्थित जिला महिला अस्पताल, शास्त्री नगर, आलमपट्टी, सैदपुर, नंदगंज, भदौरा, कुंडेसर व मुहम्मदाबाद में यह केंद्र स्थापित है। कहीं दो तो कहीं तीन-तीन कर्मचारी तैनात किए गए हैं। एक से सात मार्च तक जन औषधि सप्ताह के रूप में मनाया गया। इसमें जन औषधि सेवा भी, रोजगार भी का नारा दिया गया। आज यानि रविवार को जनऔषधि दिवस मनाया जाएगा। इस अवसर पर गोराबाजार स्थित जिला अस्पताल में वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से प्रधानमंत्री लोगों को संबोधित करेंगे।
वाटसएप ग्रुप से लोगों तक पहुंचा रहे सुविधा
अधिक से अधिक लोगों का इसका लाभ मिल सके इसके लिए केंद्र के संचालकों ने एक वाटसएप ग्रुप बनाया है। इससे लोगों को जोड़ा गया है। इससे जुड़े लोग दवा की डिमांड करते हैं। इसपर कार्यरत कर्मचारी उनके घर तक दवा भी पहुंचाते हैं।
पद यात्रा कर किया गया जागरूक
जनऔषधि सप्ताह के अंतर्गत जनऔषधि केंद्र शास्त्री नगर की तरफ से पदयात्रा निकालकर लोगों को जागरूक किया गया। यह यात्रा बैजनाथ इंटर कालेज रौजा से चित्रगुप्त मंदिर ददरीघाट तक गई। संचालक विनोद श्रीवास्तव विद्यालय के प्रधानाचार्य अनुज मिश्रा, उप प्रधानाचार्य पूजा श्रीवास्तव एवं विद्यालय के शिक्षक रहे। जेनेरिक दवाइयों और जनऔषधि परियोजना के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी दी गई। विनोद श्रीवास्तव ने बताया कि जनऔषधि परियोजना उच्च गुणवत्ता की सस्ती दवाइयों की एक परियोजना है। इसका उद्देश्य लोगों को सस्ते मूल्य पर अंग्रेजी दवाइयां उपलब्ध कराना है। आशीष श्रीवास्तव, प्रवीण कुमार, सोनू, दानिश आदि रहे।