पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर पुलिस का और कसा शिकंजा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, जौनपुर. लखनऊ में मऊ के पूर्व उप ज्येष्ठ ब्लाक प्रमुख अजीत सिंंह हत्याकांड में मुख्य षड्यंत्रकारी के रूप में चिह्नित पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर पुलिस का शिकंजा और कसने के संकेत मिल रहे हैं। लखनऊ पुलिस ने जिले की पुलिस से धनंजय का अब तक का पूरा आपराधिक रिकार्ड उपलब्ध कराने को कहा है। ऐसे में जिला पुलिस प्रशासन मांगा गया ब्यौरा तैयार करने में जुटा है। उन्हें गैंगस्टर एक्ट के तहत निरुद्ध करने की भी तैयारी चल रही है। इतना ही नहीं उनकी चल-अचल संपत्ति भी पुलिस के निशाने पर है।
सूबे को दहला देने वाले गत छह जनवरी को हुए अजीत सिंह हत्याकांड में शूटरों को संरक्षण देने से लेकर क्रास फायरिंग में घायल एक शूटर का सुल्तानपुर में प्राइवेट चिकित्सालय के डाक्टर से इलाज कराने तक में धनंजय की भूमिका के अहम साक्ष्य पुलिस जुटा ली है। लखनऊ पुलिस धनंजय को गैंगस्टर एक्ट के तहत निरुद्ध करने की भी तैयारी में जुटी है। इसके लिए लखनऊ पुलिस ने जिले की पुलिस ने उनका पूरा आपराधिक रिकार्ड उपलब्ध कराने को कहा है। महकमा इसे तैयार करने में जुटा है। इसके साथ ही धनंजय की चल-अचल संपत्ति भी पुलिस के निशाने पर आ गई है। इसे गैर कानूनी गतिविधियों से अर्जित संपत्ति करार देते हुए कुर्क किए जाने की कार्रवाई हो सकती है। इस मामले में मुठभेड़ में ढेर शूटर गिरिधारी शर्मा उर्फ डाक्टर के रिमांड पर लिए जाने के बाद दिए गए बयान के आधार पर पुलिस ने धनंजय को मुख्य षड्यंत्रकारी बनाया है। 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किए जाने के बाद धनंजय ने गत बुधवार को एमपी-एमएलए कोर्ट प्रयागराज में सरेंडर कर दिया था।
बोले अधिकारी
धनंजय सिंह के विरुद्ध कुल 32 आपराधिक मुकदमे हैं। इनमें से लगभग 15 लखनऊ के हैं। जहां तक मेरी जानकारी है, दस में कोर्ट फैसला सुना चुका है। बाकी का ब्यौरा जुटाया जा रहा है। लखनऊ पुलिस ने जो इनपुट मांगा है, उसे एक-दो दिन में उपलब्ध करा दिया जाएगा। -राज करन नय्यर, पुलिस अधीक्षक।