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बलिया में बोले बसपा नेता - 'भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह नहीं पहुंचते तो पुलिस वाले हमें मार डालते'

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बलिया. अगर रात में थाने पर नहीं पहुंचते विधायक सुरेन्द्र सिंह तो पुलिस वाले मुझे मार डालते। विधायक के पहुंचने से पहले गिरफ्तार प्रत्याशियों व उनके समर्थकों को पुलिस ने जमकर पिटाई की थी। सभी लोगों का मोबाइल फोन छीन कर पुलिस ने स्विच आफ कर दिया।

यह आरोप बहुजन समाज पार्टी के आजमगढ़ मण्डल के कवाडीनेटर व जिला पंचायत वार्ड नम्बर तीन के बसपा प्रत्याशी विनायक मौर्य ने लगाया। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत सूर्यभानपुर में मतदान कर्मियों द्वारा अपने से ही बैलेट पेपर पर एक प्रत्याशी के चुनाव चिन्ह पर मुहर मारकर बैलेट बाक्स में डाला जा रहा था। इसका विरोध करते हुए विनायक मौर्य मतदान केन्द्र के बाहर धरने पर बैठ गए। वहीं उनके समर्थकों द्वारा महिला मतदानकर्मी के हाथ मे लिए गए बैलेट पेपर का वीडिओ बनाकर वायरल कर दिया गया।


धरने की सूचना पर मौके पर पहुचे पुलिस ने विनायक मौर्य को धरने से उठाकर गाड़ी में फेंक दिया वहीं उनकी जमकर पुलिस वालों ने पिटाई कर दी। विनायक मौर्य ने अपने मोबाइल से पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी से बात करनी चाही तो पुलिस वालों ने मोबाइल छीन लिया और उसका स्विच आफ कर दिया। वहीं जिला पंचायत के इसी वार्ड से चुनाव लड़ रहे नितिन सिंह हैपी, सुधीर यादव व सुधीर यादव के चाचा सहित सात लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर थाने ले आयी। जहां पुलिस वालों ने सभी गिरफ्तार लोगों की जमकर खबर ली। इसकी सूचना पर सोमवार की रात में ही अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ विधायक सुरेन्द्र सिंह दोकटी थाने पहुंच गए और थाने का घेराव कर दिया।


जिसके बाद दोकटी पुलिस बैकफुट पर आ गयी। सूचना के बाद मौके पर रात में ही एसडीएम प्रशान्त कुमार नायक व सीओ आर के तिवारी मौके पर पहुंच गए, जहां रात बारह बजे तक विधायक के साथ दोनों अधिकारियों की वार्ता होती रही। अंततः रात में लगभग एक बजे कुछ लोगों को विधायक के दबाव में पुलिस को छोड़ना पड़ा।वहीं गिरफ्तार सभी लोगों को विधायक ने हवालात से निकलवा कर एसओ के दफ्तर में जाजिम आदि बिछवा कर शिफ्ट करवाया। साथ ही सुगर व हार्ट की मरीज बसपा प्रत्याशी विनायक मौर्य को खुले में थाने के बरामदे में आराम कराने की व्यवस्था कराया जिससे उन्हें खुली हवा में सांस लेने में आसानी हुई। वहीं सभी गिरफ्तार लोगों का मोबाइल फोन पुलिस से वापस कराया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस गिरफ्तार लोगों को जेल भेजने की तैयारी में लगी हुई थी। इस बाबत पूछने पर क्षेत्राधिकारी बैरिया आरके तिवारी ने गिरफ्तार लोगों के साथ पुलिस द्वारा किसी भी तरह की मारपीट अथवा प्रताड़ित करने की घटना से इंकार करते हुए कहा कि धरना स्थल से विनायक मौर्य को जबरन उठाया गया था पुलिस ने किसी पर हाथ नही उठाया है।


किसी को कानून से खिलवाड़ करने की नही दी जाएगी छूट-विधायक

विधायक सुरेन्द्र सिंह ने पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के आचरण पर गम्भीर आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा है कि लोकतंत्र में सबको शिकायत करने का मौका मिलना चाहिए। भले बसपा से विनायक मौर्य जुड़े है किंतु उनकी शिकायत जायज थी उनके शिकायत की जांच होनी चाहिए थी, जबकि पुलिस ने उन्हें ही मारपीट कर बन्द कर दिया। हमारे शुभ चिंतक नितिन सिंह हैपी सहित कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कानूनी कार्रवाई तो ठीक है किन्तु किसी पुलिस वाले ने गुंडा गर्दी करने का प्रयास किया तो शांत नहीं रहूंगा।

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