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जय श्रीराम के उद्घोष से कल्याण सिंह को दी गई अंतिम विदाई, जानिए PM मोदी ने क्या कहा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. श्रीराम मंदिर आंदोलन के दौरान किसी भी रैली में तीन बार जय श्रीराम, जय-जय श्रीराम के उद्घोष से अपना संबोधन करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर विधान भवन की तरफ बढ़ा तो 'जय श्रीराम' ही सुनाई पड़ा। कुछ उसी अंदाज में यह नारा सुनाई दिया, जैसे कल्याण सिंह मंच से करते थे। हर समर्थक और कार्यकर्ता ने जय श्रीराम के नारों से अपने नेता को विदाई दी। आंखें नम थी लेकिन जय श्रीराम कहने में पूरा जोश दिख रहा था। फूलों से सजे सेना के वाहन पर सवार पार्थिव शरीर दोपहर बारह बजे दो माल एवेन्यू से निकला था और पीछे कार्यकर्ताओं का कारवां था।

रास्ते भर जय श्रीराम के नारे गुंजते रहे तो जब तक सूरज चांद रहेगा बाबूजी तेरा नाम रहेगा भी नारे सुनाई पड़ रहे थे। विधानभवन के सामने और भाजपा मुख्यालय के बाहर भी भारी भीड़ से जय श्रीराम के नारे सुनाई दे रहे थे। कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रभू श्रीराम का नाम लिया और कहा कि प्रभू श्रीराम कल्याण सिंह को अपने चरणों में जगह दें। जय श्रीराम नारों की यह गूंज अमौसी एअर पोर्ट तक दिखाई दी। जगह-जगह मौजूद कार्यकर्ता अपने नेता को श्रद्धासुमन अर्पित करने को खड़े थे।

शायद यह कल्याण सिंह के प्रति और श्रद्धा का भाव था कि रविवार भोर से ही माल एवेन्यू की तरफ लोगों का कारवां बढ़ता जा रहा था। मंत्री और पौत्र संदीप सिंह के सरकारी बंगला दो माल एवेन्यू में कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर रखा था, जहां पीजीआइ में भर्ती होने से पहले कल्याण सिंह रहते थे। एक तरफ रक्षा बंधन का पर्व तो दूसरी तरफ अपने नेता को श्रद्धांजलि देना था। हर किसी ने पहला काम श्रद्धांजलि देने के लिए चुना। सुबह आठ बजे से पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री मायावती आकर श्रद्धासुमन अर्पित कर चली गईं थीं। रात में ही मौत की सूचना पाकर कल्याण सिंह के गृह जिले अलीगढ़ से भी उनके चाहने वाले आते दिख रहे थे। 

वीआईपी आने के कारण पुलिस का घेरा सुबह से ही बढ़ता जा रहा था। सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य अतीत में खो जाते हैं और विधानसभा के कुछ क्षणों को भूल नहीं पाते हैं। कहा, वह लोग विपक्ष में थे और विपक्ष के किसी भी सवाल का कल्याण सिंह बड़े ही चुटकुले अंदाज में जवाब दे देते थे। कभी-कभी सदन के गरम माहौल में वह कुछ ऐसा कह देते थे कि सब कुछ शांत हो जाता था। कल्याण सिंह अपनी बातों पर अडिग रहते थे और उनके निर्णयों पर कोई सवाल नहीं होता था। 

सुबह से जुटी थी भीड़ः साढ़े आठ बज चुके थे कि अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने की सूचना से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं। कड़े सुरक्षा घेरे में रहने वाले प्रधानमंत्री को भीड़ के बीच लाना भी एक चुनौती था। श्रद्धासुमन अर्पित करने का कार्यक्रम चल रहा था तो राम धुन पर हर कोई अपने नेता को याद ही नहीं कर रहा था, बल्कि राम मंदिर आंदोलन से लेकर उनके मुख्यमंत्री कार्यकाल के निर्णयों को हर कोई ताजा कर रहा था। 

खुद को रोक नहीं पाए PM मोदी: शायद कल्याण सिंह के प्रति प्रधानमंत्री के मन में इस कदर श्रद्धाभाव थे कि वह खुद अपने को रोक नहीं पाए। अचानक दिल्ली से लखनऊ आना और श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री खुद ही मीडिया गैलरी की तरफ पहुंच गए। मीडिया कर्मियों को यह उम्मीद भी नहीं थी कि थोड़ी दूर पर बनी मीडिया गैलरी तक प्रधानमंत्री आ जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कल्याण सिंह के प्रति अपने भाव प्रकट किए, कहा कि देश ने एक मूल्यवान नेता को खो दिया है। संगठन से लेकर सरकार तक में कल्याण सिंह के कार्यों को भूलाया नहीं जा सकता है। प्रभू श्रीराम दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में जगह दें और परिवार के लोगों को इस दुख को सहने की शक्ति दें।

CM योगी आदित्यनाथ पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पार्थिव देह को लेकर लखनऊ से अलीगढ़ पहुंचे

भारतीय राजनीति के पुरोधाओं में से एक स्वर्गीय कल्याण सिंह अब अपने अंतिम सफर पर हैं। भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का शनिवार को लखनऊ के संजय गांधी पीजीआइ में निधन हो गया। सीएम योगी आदित्यनाथ पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की पार्थिव देह को लेकर लखनऊ से अलीगढ़ पहुंचे। अलीगढ़ में सोमवार शाम को राजकीय सम्मान के साथ कल्याण सिंह की पार्थिव देह की अंत्येष्टि की जाएगी। अलीगढ़ के अहिल्याबाई होलकर स्टेडियम में उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है।

सीएम योगी आदित्यनाथ लखनऊ में भाजपा कार्यालय से कल्याण सिंह की पार्थिव देह को लेकर अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे। वहां पर राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने स्वर्गीय कल्याण सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर कल्याण सिंह के सांसद पुत्र राजवीर सिंह तथा उनकी पत्नी भी थीं। यहां से पूर्व सीएम कल्याण सिंह की पार्थिव देह एयर एंबुलेंस से शाम पांच बजे के करीब अलीगढ़ के धनीपुर मिनी एयरपोर्ट पर पहुंची। एयर एंबुलेंस में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद रहे।

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पार्थिव देह को अलीगढ़ के अहिल्याबाई होलकर स्टेडियम लाया गया है। यहां अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। प्रदेश से लेकर केंद्र तक कई बड़े नेता भी यहां पहुंच गए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी अलीगढ़ आए हैं।

भाजपा के दिग्गज नेताओं में शामिल रहे कल्याण सिंह की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन करने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में भी बड़ी संख्या में भाजपा के विधायक, मंत्री तथा कार्यकर्ता एकत्र थे। यहां पर कल्याण सिंह की पार्थिव देह तो तिरंगे के साथ भाजपा के ध्वज में भी लपेटा गया। यहां पर उनकी पार्थिव देह को सेना की गाड़ी में रखा गया। जहां से गाड़ी को लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट रवाना किया गया। इस दौरान चारों तरफ लोग नारे लगा रहे थे, कल्याण सिंह अमर रहें।

पार्टी कार्यालय से जब कल्याण सिंह का पार्थिव शव लेकर सेना का वाहन निकला तो उसपे पीछे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी फ्लीट के साथ रवाना हो गए। सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ भाजपा के अन्य नेता यहां से पार्थिव देह तो लेकर अमौसी एयरपोर्ट रवाना हो गए। जहां से एयर एंबुलेंस से पूर्व सीएम कल्याण सिंह की पार्थिव देह को अलीगढ़ ले जाया जाएगा। आज अलीगढ़ में उनकी पार्थिव देह को जनता के दर्शन के लिए स्टेडियम में रखा जाएगा।

उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय कल्याण सिंह का पार्थिव देह का अंतिम दर्शन करने विधान भवन में इससे पहले विपक्षी दलों के नेता विधान भवन में भी बड़ी संख्या में नेता तथा विपक्षी दलों के दिग्गज पहुंचे। इनमें समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी थे। विधान भवन के हाल में सभी अपने लोकप्रिय तथा जनप्रिय नेता की अंतिम झलक पाने को आतुर थे। यहां पर दलगत भावना भी टूटती दिखीं। समाजवादी पार्टी के साथ ही बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकदल तथा अन्य पार्टियों के विधायक तथा नेताओं ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी। उनकी पार्थिव देह को रात से ही उनके पौत्र और योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री संदीप सिंह के सरकारी आवास पर रखा गया।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बाद देश के रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह भी कल्याण सिंह की पार्थिव देह का दर्शन करने लखनऊ पहुंचे। उनके साथ योगी आदित्यनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक भी थे। राजनाथ सिंह ने कल्याण सिंह की पार्थिव देह का नमन किया।

 PM मोदी ने कहा- जनकल्याण के लिए रहा कल्याण सिंह जी का जीवन

इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम तथा पूर्व गवर्नर कल्याण सिंह की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन करने के बाद उनको श्रद्धांजलि दी दी। कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कल्याण सिंह ने भारतीय जनता पार्टी तथा भारतीय जन संघ को एक विचार देने के साथ ही साथ देश के उज्जवल भविष्य के लिए खुद को समर्पित किया। कल्याण सिंह जी भारत के कोने-कोने में विश्वास का नाम बन गए थे।

पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि भाजपा के पुरोधा कल्याण सिंह जी तो जीवन भर जन कल्याण के लिए जिए। स्वर्गीय कल्याण सिंह जी भारत के हर कोने के जनकल्याण के लिए प्रयत्न करते रहे। उनको जब भी और जैसा भी दायित्व मिला, चाहे विधायक, मुख्यमंत्री, सांसद या फिर गर्वनर उन्होंने हर विधा में जनता की सेवा की। हम हमेशा हर एक के लिए प्रेरणा हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सबके लिए यह शोक की घड़ी है। उनके माता-पिता ने उनका नाम कल्याण सिंह रखा था। उन्होंने माता पिता के दिए नाम को सार्थक किया। 

वो जीवन भर जन कल्याण के लिए जीये। उन्होंने जनकल्याण को ही जीवन का मूलमंत्र बनाया। देश ने मूल्यवान शख्सियत और सामर्थ्यवान नेता खो दिया है। हम उनके आदर्शों उनको संकल्पों को लेकर अधिकतम पुरुषार्थ करें और उनके सपनों को पूरा करने में कोई कमी ना रखें। वह तो प्रतिबद्ध निर्णयकर्ता का नाम बन चुके थे और जीवन के अधिकतम समय में जनकल्याण में हमेशा चाहे वह विधायक के रुप में हो, चाहे सरकार में उनका स्थान हो चाहे, गवर्नर की जिम्मेदारी हो हमेशा हर एक के लिए प्रेरणा का केंद्र बने जनसामान्य का विश्वास का प्रतीक बने।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं प्रभु श्री राम से प्रार्थना करता हूं कि कल्याण सिंह जी को अपने श्री चरणों में स्थान दे और उनके परिवार को दुख को सहन करने की शक्ति दे। पार्थिव देह के पास करीब दो मिनट का मौन रख प्रार्थना करने के लिए पीएम मोदी ने कल्याण सिंह के पुत्र एटा से सांसद राजवीर सिंह तथा पौत्र योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री संदीप सिंह ने मिलकर अपनी शोक संवेदना भी व्यक्त की।

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नई दिल्ली से लखनऊ आकर पूर्व मुख्यमंत्री तथा भाजपा के दिग्गज नेता कल्याण सिंह की पार्थिव देह का दर्शन करने उनके आवास पर पहुंचे। पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा, भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह तथा पूर्व राज्यसभा सदस्य कुसुम राय भी थीं। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विशेष विमान से लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशल एयरपोर्ट, अमौसी पर उतरे। वहां पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने उनकी अगवानी की। 

इससे पहले तड़के से ही प्रार्थना सभा तथा शांति पाठ का कार्य भी सीएम योगी आदित्यनाथ की देखरेख में चल । करीब नौ बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने माल एवेन्यू पहुंचे। सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार रात करीब नौ बजे से सक्रिय। रात को 11:30 बजे कैबिनेट की बैठक में पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित किया गया। 

सुबह से अंतिम दर्शन करने के लिए लगा रहा वीआइपी का तांता

पूर्व सीएम कल्याण सिंह की पार्थिव देह का अंतिम दर्शन करने के लिए तड़के से मंत्रियों और वीआइपी का तांता लगा रहा। बसपा प्रमुख मायावती कोरोना वायरस संक्रमण काल में पहली बार किसी सार्वजनिक स्थान पर दिखीं। बाल कल्याण एवं महिला विकास मंत्री स्वाति सिंह, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी व मालिनी अवस्थी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही आदि समेत कई दिग्गज नेता पक्ष प्रतिपक्ष पहुंचे।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार के साथ ही जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष कुंडा से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर का दर्शन कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन के बाद रात 11.30 बजे मंत्रिपरिषद की आपात बैठक मुख्यमंत्री के सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग पर हुई। बैठक में शोक प्रस्ताव पारित किया गया। उससे पहले पीजीआइ पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने बताया कि राजकीय शोक की अवधि में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। मुख्यमंत्री ने तीन दिन के राजकीय शोक और 23 अगस्त को एक दिन के सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की। भाजपा ने अपने तीन दिन के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं।

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