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गाजीपुर में दोगुना हुआ गिट्टी-बालू, सरिया-सीमेंट और ईंट का भाव, अटका भवन निर्माण का काम

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कोरोना का असर कम होते ही विकास कार्यों ने रफ्तार पकड़ी ही थी कि भवन निर्माण सामग्री की महंगाई ने मकान बनवाने वालों का पसीना छुड़ा दिया। गाजीपुर में गिट्टी, बालू से लेकर भवन निर्माण से जुड़े अन्य सामान की कीमतों में इन दिनों बेतहाशा वृद्धि हुई है। 

गाजीपुर में दोगुने हुए गिट्टी-बालू, सरिया-सीमेंट और ईंट का भाव

तीन-चार माह पहले तक पांच हजार रुपये प्रति सौ फीट मिलने वाला बालू अब 10 हजार तक पहुंच चुका है। हालत यह है कि दाम में हुई दोगुनी वृद्धि के कारण ज्यादातर लोगों ने निर्माण कार्य ही रुकवा दिया।

दुकानदारों पर भी इसका असर पड़ा है। पिछले डेढ़ वर्षों से कोरोना संक्रमण के कारण निर्माण कार्य प्रभावित हुए थे। कईं महीनों तक तो निर्माण कार्य पूरी तरह ठप रखने पड़ गए थे, लेकिन कोरोना का असर कम होते ही निर्माण कार्यों में जैसे ही तेजी आई तो सामान के बढ़े दाम ने काम कराने वालों को झटका दे दिया। 

गिट्टी, ईंट, बालू आदि सब महंगे हो गए। हालांकि निर्माण सामग्री की कीमतों में वृद्धि के पीछे एक ओर जहां बारिश और बाढ़ को प्रमुख कारण माना जा रहा है, वहीं पेट्रोल-डीजल की महंगाई के कारण हुई माल की ढुलाई खर्च में वृद्धि को भी लोग अहम कारण बता रहे हैं। महंगाई के चलते कुछ लोगों ने काम ही बंद करा दिया है तो कुछ लोग दाम घटने का इंतजार कर रहे हैं। 

दूसरी ओर सरकार की समय सीमा वाली विकास परियोजनाओं का बुरा हाल हो गया है, क्योंकि विभाग जहां एक ओर उनसे जल्द काम पूरा करने का दबाव बनाने में लगा हुआ है, वहीं निर्माण सामग्री का बढ़ा भाव निर्माण कराने वालों के हौसले पस्त कर रहा है। बिल्डिंग मैटेरियल के कारोबारियों का कहना है कि गिट्टी-बालू की महंगाई के कारण अधिसंख्य काम बंद पड़े हैं। ग्राहक आ नहीं रहे हैं, जिससे धंधा चौपट हो गया है।

करीब चार महीने बालू प्रति सौ फीट 5000-5500 था, जो अब 9000-10000 रुपये है। गिट्टी प्रति सौ फीट 6000-6500 रुपये थी, जो वर्तमान में 7000-7500 रुपये है। सरिया 5400-6200 रुपये था, जो अब प्रति क्विंटल 6000-6500 रुपये और सीमेंट प्रति बोरी 350-360 रुपये था, जो 370-425 रुपये है। ईंट प्रति हजार 6500-7000 रुपये थी, जो 7500-8000 रुपये है।

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