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गाजीपुर जिले के प्राथमिक विद्यालयों में भी होगा मीना मंचों का गठन, कुल सदस्यों में एक तिहाई बालक होंगे

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. बालिकाओं में नेतृत्व और अभिव्यक्ति की क्षमता बढ़ाने एवं उनमें विभिन्न कौशलों को विकसित करने के लिए मीना मंच की भूमिका महत्वपूर्ण है। विगत वर्षों में इन मंचों के माध्यम से बालिकाओं में न केवल जागरूकता आई है, बल्कि विद्यालय स्तर के आयोजनों में उनकी सहभागिता बढ़ी है। इस प्रयास को आगे बढ़ाते हुए इस बार उच्च प्राथमिक विद्यालयों के साथ ही प्राथमिक विद्यालयों में भी मीना मंचों का गठन किया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है।

गाजीपुर जिले में वर्तमान समय में 2269 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें 1468 प्राथमिक, 352 उच्च प्राथमिक एवं 449 कंपोजिट विद्यालय हैं। प्राथमिक विद्यालय स्तर पर कक्षा-तीन से पांच तक के बच्चों को जागरूक करने एवं अपनी अभिव्यक्ति की क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से इस वर्ष सभी प्राथमिक विद्यालयों में मीना मंच का गठन किया जाना है। 

प्राथमिक स्तर पर मीना मंच के बच्चों को गुड टच, बैड टच, बाल अधिकार एवं आत्मरक्षा के मुद्दों पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इसी तरह उच्च प्राथमिक विद्यालयों एवं कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में भी मीना मंच का गठन किया जाना है।

प्राथमिक विद्यालय में कक्षा-तीन से पांच तक के बच्चे और उच्च प्राथमिक विद्यालय स्तर पर 11-18 वर्ष आयु की ऐसी सभी बालिकाएं मीना मंच की सदस्य होंगी, जो स्कूल जाती हैं। मीना मंच के कुल सदस्यों में एक तिहाई सदस्य बालक होंगे। मंच के सभी सदस्यों में से पांच बच्चों की कार्यकारिणी समिति गठित की जाएगी। 

इनमें एक अध्यक्ष, एक सचिव, एक कोषाध्यक्ष और दो सदस्य होंगे। समिति का चुनाव मीना मंच की खुली बैठक में किया जाएगा। समिति का कार्यकाल एक वर्ष का होगा। इस संबंध में जिला समन्वयक बालिका शिक्षा हरिश्चंद्र यादव ने बताया कि इस बार प्राथमिक विद्यालयों में भी मीना मंच का गठन किया जाएगा। जल्द सभी विद्यालयों में मंच के गठन की कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी।

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