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Varanasi me Ropeway: वाराणसी में रोपवे का फाइनल ड्राफ्ट तैयार, परखने के लिए आ रहे प्रमुख सचिव

गाजीपुर न्यूज़ टीम, Varanasi me Ropeway : वाराणसी. धर्म, कला, संस्कृति की प्राचीन राजधानी काशी का भ्रमण करने वाले सैलानियों को रोप-वे की सुविधा मिलेगी। इसके लिए वैपकॉस कंपनी ने सर्वे पूरा करने के बाद फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर ली है। इसका फाइनल ड्राफ्ट वीडीए पहुंच गया है जहां अध्ययन के बाद शासन को भेजा जाएगा। वहीं, इससे पहले ड्राफ्ट के अनुसार फिजिविलिटी परखने के लिए खुद प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार खुद वाराणसी आ रहे हैं। तीन अक्टूबर तक आने की उम्मीद है। 

Varanasi me Ropeway

फिलहाल, जो ड्राफ्ट तैयार हुआ है उस अनुसार कैंट रेलवे स्टेशन से गिरिजाघर चौराहे तक पांच किलोमीटर मिलने वाले इस सेवा के तहत हर डेढ़ मिनट पर रोप-वे की ट्राली यात्रियों को मिलेगी।

अति सघन आबादी व ट्रैफिक के लिहाज से बेहद ही दुरूह मानी जाने वाले बनारस के लिए रोप-वे यातायात की संजीवनी साबित होगी। वीडीए वीसी ईशा दुहन ने बताया कि कैंट, साजन तिराहा, रथयात्रा चौराहा के बाद गिरिजाघर चौराहे पर स्टेशन तैयार होगा। कुल चार स्टेशनों वाले रोप-वे में 221 ट्रालियां रहेंगी। प्रत्येक ट्राली में 10 व्यक्ति बैठकर यात्रा करेंगे। हर स्टेशन पर डेढ़ मिनट में यात्रियों को ट्राली मिल सकेगी। 

यानि कि हर समय 2210 यात्री हवा में रहेंगे और प्रत्येक डेढ़ मिनट पर एक ट्राली यात्रियों से खाली हो जाया करेगी। तैयार रिपोर्ट में कैंट स्टेशन स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी इंटर कालेज के सामने से रोपवे परियोजना की शुरूआत होगी। शहर में करीब 45 मीटर से ऊंचाई से गुजरने वाले रोप-वे की पांच किलोमीटर लंबी परियोजना पर 424 करोड़ खर्च होंगे।

पीपीपी मॉडल पर तैयार होगा रोप-वे

वीडीए वीसी ने बताया कि पूरी परियोजना को पीपीपी मॉडल पर तैयार किया जाएगा जिसमें राज्य व केंद्र का अंश होगा। इसमें डेवलपरों को भी आमंत्रित किया जाएगा। 80 फीसदी अंशदान केंद्र सरकार का और 20 फीसदी राज्य सरकार का होगा। विकास प्राधिकरण पूरी परियोजना की नोडल एजेंसी के रूप में नामित की जाएगी। दिन भर में 20 से 25 हजार यात्रियों को सुगम यातायात की सुविधा होगी।

नवम्बर तक जारी हो सकता है टेंडर

रोप-वे का फाइनल ड्राफ्ट वीडीए में पहुंचने के बाद इसे प्रदेश सरकार के शहरी आवास विभाग की संस्तुति के बाद इसे केंद्र सरकार की डिपार्टमेंट आफ इकोनॉमी में भेजा जाएगा और वहां से सहमति के बाद इस परियोजना पर काम शुरू किया जाएगा। उम्मीद है कि नवम्बर में इसका टेंडर भी हो। Ropeway in Banaras

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