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कानपुर ग्रीनपार्क में स्पिनरों की फिरकी लेगी बल्लेबाजों का इम्तिहान, अश्विन और जडेजा कर सकते हैं कमाल

गाजीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. ग्रीनपार्क स्टेडियम में 25 नवंबर से शुरू हो रहे टेस्ट मैच में भारत और न्यूजीलैंड की टीमें यहां भिड़ेंगी तो बल्लेबाजी और गेंदबाजी के मुकाबले में स्पिन सबसे घातक हथियार बन सकती है। वजह ग्रीनपार्क की पिच की खासियत और स्पिनरों को मदद पहुंचाने वाला इसका इतिहास है। 

ऐसे में दोनों टीमें पेसरों (तेज गेंदबाज) से ज्यादा स्पिनरों के भरोसे रणनीति बना सकती हैं। यहां हुए तमाम मैचों में स्पिन का कमाल देखने को मिल चुका है। ग्रीनपार्क में 2016 में हुए टेस्ट में भी न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत ने स्पिन के बूते मैच पर अपनी मजबूत पकड़ रख जीत हासिल की थी। इस बार भी भारतीय टीम अपने मजबूत स्पिनरों की तिकड़ी के साथ मैदान में उतर सकती है। मौसम व ग्रीनपार्क की पिच के पिछले रिकार्ड को देखते हुए भारतीय टीम यह प्रयोग कर सकती है। उधर, न्यूजीलैंड टीम की ताकत पेस अटैक है, मगर यहां की पिच और पिछले अनुभव को देखते हुए वह क्या योजना बनाती है, यह देखने वाला है। 

वर्ष 2016 में ग्रीनपार्क में मेहमान टीम न्यूजीलैंड संग खेले गए 500 वें ऐतिहासिक टेस्ट मैच में भारतीय स्पिनर रवींद्र जडेजा ने पहली पारी में पांच तो आर. अश्विन ने चार विकेट लेकर अकेले ही नौ कीवी बल्लेबाजों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था। पिच क्यूरेटर शिव कुमार के मुताबिक ग्रीनपार्क की पिच शुरुआती सत्र में तेज गेंदबाजों का साथ देती है। उसके बाद के सत्रों में पिच से सबसे ज्यादा मदद स्पिनरों को मिलती है। 

पहले टेस्ट के लिए चुनी गई टीम में चार स्पिनर: ग्रीनपार्क में होने वाले टेस्ट के लिए चुनी गई टीम में अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के साथ अक्षर पटेल होंगे, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था। टीम में चौथे स्पिनर के रूप में जयंत यादव को भी शामिल किया गया है जो आफ स्पिन गेंदबाजी और मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने में निपुण हैं। टीम में तेज गेंदबाजों की अगुवाई इशांत शर्मा, उमेश यादव और मुहम्मद सिराज करेंगे। प्रसिद्ध कृष्णा को टीम में चौथे तेज गेंदबाज के रूप में शामिल किया गया है। 

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