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लेखपाल और महिला हेल्थ वर्कर के 17 हजार पदों पर भर्ती को लेकर बड़ी खबर, यहां पढ़ें पूरी डिटेल

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में राजस्व लेखपाल और महिला हेल्थ वर्कर की भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अच्छा समाचार है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएससी) जल्द ही राजस्व लेखपाल और महानिदेशक परिवार कल्याण के अधीन स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) के लगभग 17 हजार रिक्त पदों पर भर्ती की खातिर आयोजित की जाने वाली मुख्य परीक्षाओं के लिए अलग-अलग विज्ञापन जारी करेगा। यदि सब ठीक रहा तो विज्ञापन इसी हफ्ते जारी हो सकते हैं।

राजस्व लेखपालों की भर्ती के लिए शैक्षिक अर्हता को लेकर स्थिति साफ होने के बाद राजस्व परिषद ने लेखपाल के 7896 रिक्त पदों पर चयन के लिए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को नया प्रस्ताव भेज दिया है। अब आयोग प्रस्ताव का परीक्षण करेगा और संतुष्ट होने के बाद भर्ती के लिए जल्द विज्ञापन जारी करेगा।

वहीं स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) के रिक्त 9212 पदों पर भर्ती के लिए महानिदेशक परिवार कल्याण विभाग की ओर से भेजे गए भर्ती प्रस्ताव का आयोग परीक्षण कर चुका है। स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) की भर्ती के लिए भी विज्ञापन जल्द जारी होने की संभावना है। इन दोनों भर्तियों के लिए आयोजित की जाने वाली मुख्य परीक्षाओं के पाठ्यक्रम व परीक्षा कार्यक्रम आयोग पहले ही जारी कर चुका है।

इससे पहले राजस्व परिषद ने लेखपाल के 7882 रिक्त पदों के लिए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को भर्ती प्रस्ताव भेजा था। उस प्रस्ताव में लेखपाल भर्ती के लिए अनिवार्य शैक्षिक योग्यता में इंटरमीडिएट उत्तीर्ण के साथ ट्रिपल 'सी' सर्टिफिकेट को शामिल किया गया था। शासन ने लेखपाल भर्ती में ट्रिपल 'सी' सर्टिफिकेट को अनिवार्य न करने का फैसला किया है। इसके बाद राजस्व परिषद ने नए सिरे से लेखपालों के 7896 रिक्त पदों पर भर्ती का प्रस्ताव आयोग को भेजा है।

बता दें कि अब लेखपाल भर्ती के लिए पहले की तरह इंटरमीडिएट उत्तीर्ण ही अनिवार्य शैक्षिक योग्यता होगी। शासन के इस फैसले के बाद लेखपाल भर्ती में शैक्षिक योग्यता को लेकर गतिरोध समाप्त हो गया है। राजस्व परिषद ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को राजस्व लेखपालों के 7882 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए पहले जो प्रस्ताव भेजा था उसमें चयन के लिए इंटरमीडिएट उत्तीर्ण होने के साथ अभ्यर्थी के कंप्यूटर ज्ञान को दर्शाने वाला ट्रिपल 'सी' सर्टिफिकेट भी अनिवार्य कर दिया गया था। ट्रिपल सी यानी कोर्स ऑन कंप्यूटर कॉनसेप्ट्स 80 घंटे का कोर्स है। इस कोर्स का सर्टिफिकेट पाने के लिए अभ्यर्थी को राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्था (एनआइईएलआइटी) की ओर से आयोजित की जाने वाली परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है।

बता दें कि लेखपालों की सेवा नियमावली में अनिवार्य शैक्षिक योग्यता सिर्फ इंटरमीडिएट उत्तीर्ण ही थी। इस विसंगति को दूर करने के उद्देश्य से अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने राजस्व विभाग को लेखपालों की भर्ती के लिए सेवा नियमावली में भी ट्रिपल 'सी' सर्टिफिकेट को अनिवार्य करने का अनुरोध किया था। राजस्व विभाग ने इस पर मंथन किया और पाया कि इस सर्टिफिकेट को अनिवार्य करने से बड़ी संख्या में ग्रामीण पृष्ठभूमि के अभ्यर्थी इस चयन प्रक्रिया से वंचित रह जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पर अपनी मुहर लगा दी है।

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