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नए साल में यूपी के इन शहरों से कम हो जाएगी वाराणसी और प्रयागराज की दूरी, जानें- कैसे

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गोरखपुर. नए साल में पूर्वांचल और गोरखपुर के दक्षिणांचल के लोगों की राह आसान हो जाएगी। गोला और बड़हलगंज के लोग गोरखपुर आने की बजाय दोहरीघाट में ही ट्रेन पकड़ सकेंगे। वाराणसी और प्रयागराज की दूरी कम हो जाएगी। रेलमार्ग से सीधे दिल्ली और मुंबई से जुड़ जाएंगे। 34 किमी लंबे दोहरीघाट-इंदारा रेलमार्ग के आमान परिवर्तन (बड़ी लाइन) का कार्य तेज गति से शुरू है।

40 फीसद पूरा हो चुका है 34 किमी दोहरीघाट-इंदारा रेलमार्ग के आमान परिवर्तन का कार्य

जानकारों के अनुसार रेलवे प्रशासन ने जून 2022 तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। लेकिन अभी भी 60 फीसद कार्य बाकी है। 40 फीसद ही पूरा हो पाया है। जानकारों का कहना है कि नए साल में हर हाल में कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद दोहरीघाट भटनी-मऊ-वाराणसी मुख्य रेलमार्ग से जुड़ जाएगा। एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाने से इस क्षेत्र के लोग दिल्ली और मुंबई तक की यात्रा आसानी से कर सकेंगे। आवागमन सुलभ होने के साथ रोजगार का भी सृजन होगा। क्षेत्र का विकास होगा।

दोहरीघाट से इंदारा के बीच बनेंगे पांच हाल्ट स्टेशन

वर्ष 2016-17 में दोहरीघाट- इंदारा छोटी लाइन को बड़ी लाइन (आमान परिवर्तन) में परिवर्तित करने की स्वीकृति मिली थी। निर्माण के लिए 213 करोड़ का बजट आवंटित है। इस रेल मार्ग पर एक बड़ा और 24 छोटे पुल बनाए जाने हैं। बड़े पुल का 85 फीसद कार्य पूरा हो चुका है। 24 छोटे पुलों में से 14 का कार्य पूरा हो चुका है। दोहरीघाट से इंदारा के बीच पांच हाल्ट स्टेशन बनाए जाने हैं। जिनमें तीन का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है।

सहजनवां से भी जुड़ जाएगा दोहरीघाट

दोहरीघाट रेलमार्ग से सहजनवां से भी जुड़ जाएगा। रेल मंत्रालय ने सहजनवां-दोहरीघाट के लिए 20 करोड़ रुपये का आवंटन कर दिया है। लगभग 80 किमी नई रेल लाइन के लिए 1320 करोड़ का बजट प्रस्तावित है। सहजनवां-दोहरीघाट के बीच रेल लाइन बिछ जाने से गोरखपुर से वाराणसी और प्रयागराज की दूरी घट जाएगी। इस नए रेलमार्ग से भी ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा। यह रेल लाइन सहजनवां में बाराबंकी-गोरखपुर-छपरा तथा इंदरा में भटनी-मऊ-वाराणसी मुख्य रेलमार्ग को जोड़ेगी।

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