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चुनावी रण के लिए सपा का नया शस्त्र 'इस बार अखिलेश', Video के जरिए याद दिला रहे भाजपा के वादे

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी के वर्ष 2017 के संकल्प पत्र के वादों की याद जनता को दिलाने के लिए नई प्रचार सामग्री तैयार की है। इसमें किसानों की आय दोगुनी न होने, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, महंगाई जैसे तमाम मुद्दों पर भाजपा को घेरने की कोशिश की गई है। चुनावी रण के लिए तरकश में सपा ने ऐसे नए तीर शामिल किए हैं जिनमें भाजपा पर कड़ा प्रहार करने के साथ ही जनता से किए अपने वादों की याद दिलाई जा रही है। '...इस बार अखिलेश' नाम से सपा ने प्रचार की नई रणनीति बनाई है।

वीडियो-1 : हसीन सपने दिखाए थे हम लोगों को वोट के लिए, लेकिन जीतने के बाद क्या किया... कुछ भी नहीं...इन्होंने तो यह भी कहा था कि लैपटाप देंगे, दिया क्या...नहीं न...इन्होंने यह भी कहा था 70 लाख रोजगार देंगे, नहीं दिए भाईसाहब। इन्होंने यह भी वादा किया था गन्ने का पूरा भुगतान कर देंगे...कहां हुआ। भाईसाहब इन्होंने यहां तक वादा किया था प्रदेश को अपराध मुक्त कर देंगे, आज के टाइम में प्रदेश अपराध में नंबर वन आ गया है...नंबर वन। क्या-क्या बात बताएं और क्या-क्या गिनाएं इनकी, भाईसाहब इस बार इनकी एक नहीं सुनेंगे, एक सच्चे इंसान को चुनेंगे और वो है अखिलेश यादव। भाईसाहब यह एक ऐसा इंसान है जो कहता है करके दिखाता है। इसलिए हमारे यूपी में...अपने यूपी में अखिलेश ही अच्छा है। उत्तर प्रदेश का स्पष्ट संदेश...इस बार अखिलेश...।


वीडियो-2 : जब हमारा बेटा हमारे साथ था न तो कउनौ बात की दिक्कत नहीं थी, सब ठीक था। जब गांव में सूखा पड़ा था, तो खाने का पैकेट घर दे जाया करता था, 500 रुपये हर महीने हमारे खाते में रख देता था। हम अपने पसंद की साड़ी खरीदते थे। हमें तीर्थ यात्रा कराता, हास्पिटल में अच्छा इलाज कराता। न खाने की परेशानी न पैसे की परेशानी। जब से वो गया है पांच बरस हो गए हम बहुत तंगी में आ गए। कोई मदद करने वाला नहीं, कोई साथ देने वाला नहीं, पर कोई फिक्र नहीं। मेरा बेटा लौटकर आएगा, मेरा अखिलेश..वो जो कहता है करके दिखाता है। मैं तो कहती हूं हमारे इस यूपी के लिए अखिलेश ही सही है। बुजुर्गों का स्पष्ट संदेश, इस बार अखिलेश...।


वीडियो-3 : एक मां के दिल पर क्या बीतती है यह एक मां से पूछिए। बेटा लहूलुहान लौटा था आपकी लाठियां खाकर। हमारे वोट के बदले आपने जो हमारे बच्चों को लाठियां दी हैं वो हम भूलेंगे नहीं और न ही तुम्हें भूलने देंगे। जिसकी बेरहमी से दुखी है मां का प्यार... नहीं चाहिए वो सरकार।


ये चंद वीडियो उदाहरण भर हैं जो सपा के उस तरकश में शामिल हैं जिनके सहारे वो चुनावी रण में सत्ताधारी दल भाजपा पर वार कर रही है। सपा इन्हें इंटरनेट मीडिया पर डालने के साथ ही अपने प्रचार वाहन में भी चलवा रही है। पहले वीडियो में हरे रंग की टी-शर्ट पहने व माथे पर तिलक लगाए एक मध्यम वर्गीय इंसान को दिखाया गया है जो भाजपा सरकार के वादों की याद दिलाते हुए उस पर प्रहार कर रहा है। दूसरा वीडियो गांव के परिवेश का है जिसमें एक बुजुर्ग मां की आंखों में आंसू हैं और वे चूल्हे पर खाना बनाते हुए अखिलेश को याद कर रही हैं। तीसरे वीडियो में एक बेरोजगार युवा की दुखी मां को दिखाया गया है जो बेटे के लाठियों से पिटने पर आक्रोश जता रही है।

एक अन्य वीडियो में युवा कह रहा है कि 2017 में हमसे वादा किया था 14 लाख रोजगार हर साल देंगे। आज जब हम रोजगार मांगने आए तो खुले मंच से श्राप दे रहे हैं कि पूरी जिंदगी बेरोजगार रह जाओगे। अगर नहीं दे सकते तो हट जाइये। बहुत हो गई बेइज्जती...। युवाओं का स्पष्ट संदेश, इस बार अखिलेश...।

सपा ने महंगाई को लेकर भी भाजपा पर वार करने वाले वीडियो बनाए हैं। अलग-अलग वर्गों की समस्याओं को लेकर अलग-अलग वीडियो बनाए गए हैं। कोरोना के दौरान अपनों को खोने के दुख पर भी कई वीडियो बनाए गए हैं। सोच ईमानदार काम दमदार पर भी गुस्से में कहते हैं कि तुम्हारे दोगलेपन को भूलेंगे नहीं...। प्रचार-प्रचार-प्रचार, अब उखाड़ फेंकेंगे यह झूठी सरकार...। इसके अलावा महंगी बिजली, किसानों की खाद की समस्या, गन्ने का भुगतान, युवाओं को फ्री लैपटाप व एक जीबी डाटा न देने, नई पेंशन योजना सहित तमाम मुद्दों पर वीडियो बनाकर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश की है।

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