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ओमप्रकाश राजभर पर भी केस, ASP बोले- विधायक पर हमला नहीं हुआ, बेवजह हंगामा खड़ा किया

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के जहूराबाद से विधायक और SBSP अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पर हमले के मामले में नया मोड़ आ गया है। गाजीपुर पुलिस ने हमले से इनकार किया है। इतना ही नहीं, दूसरे पक्ष की तहरीर पर राजभर और उनके समर्थकों के खिलाफ देर रात मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।

करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के पहदरिया में मंगलवार को मामले ने उस वक्त बड़ा रूप ले लिया, जब उन्होंने खुद पर हमले की बात कही। राजभर यहां अपने काफिले के साथ निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। उनके समर्थकों की ओर से की गई शिकायत पर पुलिस ने गांव के 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। कार्रवाई की मांग को लेकर राजभर, उनके साथ दो सपा विधायक और कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए थे।

पुलिस ने कहा- राजभर पर हमला नहीं हुआ

ASP आरडी चौरसिया ने हमले की बात को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि राजभर करीमुद्दीनपुर क्षेत्र के पहदरिया में एक निजी कार्यक्रम में गए थे। इनकी और कार्यकर्ताओं की गाड़ियां खड़ी थीं। पास से गांव के दो लड़के बाइक से निकले तो कार से टकरा गए। इसी बात को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ विवाद शुरू हो गया। लड़के स्थानीय थे, इसलिए गांव के लोगों को बुला लिया। देखते ही देखते विवाद ने तूल पकड़ लिया। सिर्फ हंगामा हुआ, किसी को चोट नहीं आई है। विधायक राजभर पर हमला नहीं हुआ।

कार्यकर्ताओं की शिकायत पर मुकदमा दर्ज

पुलिस का कहना है कि राजभर के समर्थकों की तहरीर पर मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। तहरीर में लिखा है कि गांव के लड़कों ने गाली गलौज की। विवाद बढ़ने पर गांव के लोगों ने मिलकर घेर लिया और हमला किया।

राजभर ने कहा था- उन पर हमला हुआ है

ओमप्रकाश राजभर ने अपने फेसबुक पेज से वीडियो जारी कर खुद पर हमला किए जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि करीब 12 लोगों ने उनके काफिले को घेर लिया और उन पर हमला किया गया। सभी लाठी डंडों से लैस थे। गाली गलौज करते हुए मारपीट करने की कोशिश की।

धरने पर बैठ गए थे ओपी राजभर

कार्रवाई की मांग को लेकर राजभर धरने पर बैठ गए थे। घटना की जानकारी होने पर सपा के जंगीपुर विधायक वीरेंद्र यादव, बलिया के सपा फेफना विधायक संग्राम सिंह यादव, सुभासपा के बेल्थरारोड विधायक हंसू राम और तमाम नेता-कार्यकर्ता वहां पहुंच गए थे।

पुलिस को दर्ज करना पड़ा था 16 पर मुकदमा

मामला बढ़ता देख पुलिस ने तहरीर के आधार पर 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। तब राजभर और सपा विधायक-नेताओं ने धरना खत्म किया। पुलिस ने दो लड़कों को हिरासत में भी लिया है। मामला शांत हो गया था, लेकिन पुलिस को राजभर के हमले की बात पर दम नहीं दिखा तो दूसरे को भी गंभीरता से सुना।

राजभर और उनके कार्यकर्ताओं पर भी मुकदमा

पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि काफिले से टकराव की बात झूठ है। गाय चराने गए थे। इस दौरान वहां जुटे राजभर के सैकड़ो समर्थकों ने जानवरों को आगे ले जाने से मना कर दिया। आपत्ति करने पर मारपीट कर भगा दिया। दूसरे पक्ष से मिली तहरीर के आधार पर पुलिस ने विधायक समेत अन्य के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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