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Ghazipur News: पूर्व प्रधान पर 80 लाख रुपये का गबन का आरोप, जांच करने पहुंची टीम

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के रेवतीपुर विकासखंड अंतर्गत महना गांव में पूर्व ग्राम प्रधान शमशाद खान के द्वारा कराए गए विकास कार्यों एवं सरकारी धन के बंदरबांट व गबन के मामले में आई जांच टीम ने 2015- 20 तक हुए विकास कार्यों का निरीक्षण किया। जांच रिपोर्ट शासन को सौंपने के लिए प्रेषित कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों में हड़कंप की स्थिति बनी रही।

सेवराई तहसील क्षेत्र के महना गांव निवासी विकास पांडेय ने शपथ पत्र के साथ प्रार्थना पत्र सौंपते हुए पूर्व ग्राम प्रधान शमशाद पर करीब 80 लाख रुपए के गबन और विकास कार्य में हीलाहवाली के साथ सरकारी धन के बंदरबांट का आरोप लगाया था। जिसमें हाईकोर्ट के निर्देश के बाद आई जांच टीम ने शुक्रवार को जांच पड़ताल कर रिपोर्ट शासन को भेजें।

जांच टीम ने महना गांव में कराए गए सीसी सड़क, शौचालय निर्माण, नाली निर्माण, सामुदायिक शौचालय निर्माण, पंचायत भवन निर्माण कार्य सहित कई योजनाओं के अंतर्गत कराए गए सभी विकास कार्यों का निरीक्षण किया। शिकायतकर्ता विकास पांडेय के द्वारा सीसी सड़क, नाली निर्माण में मानक की अनियमितता कर किए गए कार्य को भी दिखाया गया। जहां एक ही सड़क पर कई बार नाम बदल बदलकर सरकारी धन का बंदरबांट करने एवं मानकों को ताक पर रखकर निर्माण कार्य कराने का आरोप लगाया गया।

शिकायतकर्ता के द्वारा तत्कालीन ग्राम प्रधान शमशाद पर वोट बैंक बनाने के लिए एक ही परिवार को कई बार नाम बदल बदल कर महत्वकांक्षी योजना का लाभ देने व छत के ऊपर आवास देने का आरोप भी लगाया गया। जिसका जांच टीम ने निरीक्षण किया।

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाते हुए बताया कि ग्राम प्रधान के द्वारा गांव में कराए गए विकास कार्यों के एवज में सरकारी धन का जमकर बंदरबांट हुआ है। शौचालय, आवास योजनाओं में भी लाभार्थियों से धन उगाही कर आधा अधूरा निर्माण कार्य कराया गया है। जबकि गांव में बनाए गए सीसी सड़क, खड़ंजा, नाली मरम्मत निर्माण कार्य आदि के द्वारा मानकों को ताक पर रखकर मानक विहीन निर्माण कार्य कराए गया है। विकास कार्य योजना अंतर्गत कार्यकाल के दौरान ग्राम प्रधान के द्वारा करीब 80 लाख रुपये से अधिक गबन किया गया है।

जांच टीम में शामिल सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी रमेश उपाध्याय, बृजेश मौर्य, सचिव मनीष कुमार राय सहित 3 सदस्यीय टीम ने शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए विभिन्न बिंदुओं के सापेक्ष ग्राम प्रधान के द्वारा कराए गए विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस बाबत जांच टीम के मुख्य सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी रमेश उपाध्याय ने बताया कि शिकायतकर्ता द्वारा प्रधान पर गबन और सरकारी धन के बंदरबांट सहित विकास कार्यों में हीलाहवाली व मानक के अनुरूप कार्य न करने का आरोप शिकायत पत्र के माध्यम से लगाया गया है।

शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए बिंदुवार शिकायतों पर जांच की गई है। आख्या रिपोर्ट शासन के समक्ष प्रस्तुत कर दी जाएगी। इस मौके पर पूर्व ग्राम प्रधान शमशाद खान और भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

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