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श्रीराम मंदिर के लिए आज का दिन बेहद खास, गर्भगृह की पहली शिला रखेंगे CM योगी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, अयोध्या. अयोध्या करती है आह्वान, ठाठ से कर श्रीराम मंदिर निर्माण, शिला की जगह लगा दे प्राण, बिठा दे वहां श्रीराम भगवान.. नब्बे के दशक में इस गीत को बालीवुड के सुप्रसिद्ध संगीतकार व गीतकार रवीन्द्र जैन ने न केवल लिखा बल्कि खुद गाया। उनके मधुर आवाज का जादू और इस गीत के बोल ने श्रीराम मंदिर आंदोलन को शिखर पर पहुंचा दिया। इस गीत से पैदा हुई जुनून की ही परिणति हमारे सामने है और सुप्रीम फैसले के जरिए करीब पांच सौ साल की प्रतीक्षा का अंत हो गया है और अब बुधवार को लाखों बलिदानियों के संकल्प की पूर्ति होगी जब पूर्वाह्न करीब सवा दस बजे रामलला के मंदिर के गर्भगृह की पहली शिला मुख्यमंत्री योगी स्वयं रखेंगे।

तैयारियां पूरी, रंग-बिरंगे फूलों से मंदिर समेत सजा परिसर

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से इस ऐतिहासिक घड़ी की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। ट्रस्ट महासचिव चंपत राय इस तैयारी के लिए परिसर में ही कैंप कर रहे हैं। वह रात्रि में कारसेवकपुरम भी नहीं गये। इस बीच विराजमान रामलला के दिव्य व ऐतिहासिक मंदिर के गर्भगृह के निर्माण स्थल पर एलएण्डटी के अभियंताओं के निर्देशन में कारीगरों ने मार्किंग की प्रक्रिया भी पूरी कर ली। इस स्थल पर पूजन के लिए एक छोटा टेंट लगाया गया है।

वहीं संत-महंतों एवं अन्य अतिथियों के बैठने के लिए श्रीराम मंदिर निर्माण स्थल के दक्षिण में डेढ़ सौ फिट लंबा-चौड़ा आयताकार अतिरिक्त टेंट भी लगाया गया है। यहां से श्रीराम मंदिर निर्माण स्थल एक पिरामिड के आकार में दिखता है। इस घड़ी को उत्सव की तरह मनाने के लिए रामलला की फूलों की भव्य झांकी सजाई जा रही है तो पूरे परिसर को भी फूलों की लड़ियों से सजाने-संवारने का काम हो रहा है। इसके अलावा परिसर में छात्र-छात्राओं का दल मुख्य द्वार से लेकर निर्माण स्थल तक रंगोली सजाने में भी व्यस्त रहा।

पांच दिवसीय सर्वदेव अनुष्ठान की पूर्णाहुति आज होगी

बीते दो सालों से श्रीराम मंदिर के पुख्ता और मजबूत नींव का ही निर्माण हो रहा है। ऐतिहासिक श्रीराम मंदिर को प्राकृतिक आपदाओं से बचाकर हजारों साल तक अक्षुण्ण रखने के लिए नींव को कई चरणों में विशालकाय चट्टान की तरह तैयार किया गया है।

इस दौरान प्रत्येक चरण में पूजा-अर्चना व अनुष्ठान की प्रक्रिया भी चल रही थी। अब जब मूल श्रीराम मंदिर निर्माण की घड़ी आई तो स्वाभाविक अनुष्ठान होना था। इसी श्रृंखला में पांच दिवसीय सर्वदेव अनुष्ठान 28 मई को शुरू किया गया था जिसकी पूर्णाहुति बुधवार को होगी। इस बीच मंगलवार को चतुर्वेद के साथ विष्णु सहस्रनाम का पारायण व रामार्चा पूजन के अतिरिक्त ऋग्वेद के मंत्रों से हवनादि भी किया गया। इस दौरान तमाम लोग मौजूद रहे।

चेयरमैन नृपेन्द्र मिश्र पहुंचे, डाली आहुतियां

श्रीराम मंदिर के गर्भगृह के निर्माण के ऐतिहासिक क्षणों के साक्षी बनने के लिए मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन व सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी नृपेन्द्र मिश्र भी अयोध्या पहुंच गये है। उन्होंने हनुमानगढ़ी में दर्शन के उपरांत रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला का पूजन किया। तदुपरांत सर्वदेव अनुष्ठान में भी भाग लेकर हवन कुंड में आहुतियां डाली। उधर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी व उडप्पी मठ पीठाधीश्वर जगदगुरु माध्वाचार्य स्वामी विश्वेश तीर्थ एवं ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष महामंडलेश्वर गोविंद देव गिरि भी अयोध्या पहुंच गये हैं। इसके अतिरिक्त विहिप के केन्द्रीय कार्यकारिणी के प्रमुख सदस्य दिनेश व अन्य भी यहां पहुंच गये है।

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