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52 करोड़ की हेराफेरी में एक्सिस बैंक का पूर्व सहायक मैनेजर गिरफ्तार

गाजीपुर न्यूज़ टीम, मिर्जापुर. कटरा कोतवाली पुलिस ने एक्सिस बैंक (Axis Bank) प्रयागराज शाखा चौक के पूर्व सहायक मैनेजर एवं उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के वर्तमान मैनेजर आशीष सिंह को 52 करोड़ रुपये की ब्लैक मनी को वाइट कराने के आरोप में बुधवार को क्षेत्र के रतनगंज मोहल्ले के पास से गिरफ्तार कर लिया। मिर्जापुर के तेलियागंज मोहल्ले के रहने वाले धीरेंद्र सिंह के पुत्र आशीष पर आरोप है कि उसने अपने ही मोहल्ले के जयप्रकाश केशरी के नाम पर प्रयागराज के एक्सिस बैंक (Axis Bank) में खाता खोलकर उसमें विभिन्न व्यापारियों के 52 करोड़ रुपये की ब्लैक मनी को वाइट कराने का काम किया है।

यही नहीं, उसने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात व चेन्नई सहित अन्य प्रदेशों के करीब 2000 करोड़ रुपये 47 खातेदारों के खाते में डालकर उसे गोलमाल कराने में बैंक के अधिकारियों का सहयोग किया। इसके बदले उसे मोटे कमीशन भी मिले। पुलिस ने आरोपित से पूछताछ करने के बाद उसे जेल भेज दिया है। उक्त बातें अपर पुलिस अधीक्षक नगर संजय कुमार वर्मा ने बुधवार को पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता के दौरान बताई।

जयप्रकाश के बैंक खाते का किया इस्तेमाल

एएसपी ने बताया कि आशीष कुमार सिंह मिर्जापुर के तेलियागंज का रहने वाला है। वह प्रयागराज चौक स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में पहले सहायक मैनेजर के पद पर तैनात था। उसने अपने ही मोहल्ले के जयप्रकाश केशरी से 2012 में कहा कि उसके बैंक अधिकारियों ने उसे खाता खाेलवाने का टारगेट दिया है। वह अपना टारगेट नहीं पूरा कर पा रहा है। वह उसके बैंक में अपना खाता खोलवा ले तो उसका टारगेट पूरा हो जाएगा। दोस्त की समस्या के बारे में जानकारी होने पर जयप्रकाश ने खाता खोलने के लिए अपने जरूरी कागजात आशीष को दे दिए। कुछ माह बाद जयप्रकाश ने जब आशीष से खाता खोलने के बारे में पूछा तो आशीष ने बताया कि उसका खाता नहीं खुल पाया है। उसको मिले टारगेट को उसने पूरा लिया। यह सुनकर जयप्रकाश शांत हो गया।

ऐसे मामला हुआ उजागर

वर्ष 2014 में पहली बार धोखे से खोलवाए गए जयप्रकाश के खाते में आशीष ने दस लाख रुपये जमा कराया। उसे मध्य प्रदेश के दालमंडी के नाम पर आरटीजीएस किया गया। इसके बाद रुपये जमा करने का सिलसिला निरंतर चलता रहा, लेकिन जयप्रकाश इससे बिल्कुल अनभिज्ञ था। 17 मई 2021 को जब इनकम टैक्स ने जयप्रकाश को नोटिस भेजा और उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि उन्होंने अपने खाते से 52 करोड़ रुपये का टर्नओवर किया है, जिसका करीब ढाई करोड़ रुपये टैक्स बनता है। वह कब जमा करेंगे। इस पर उनके होश उड़ गए। इनकम टैक्स के अधिकारियों ने दबाव बनाया कि यदि एक महीने के अंदर रुपये जमा नहीं किए तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में जयप्रकाश तनाव में आ गए। इस घटना के बारे में उन्होंने स्वजन से चर्चा की। स्वजन उन्हें प्रयागराज स्थित एक्सिस बैंक ले गए। खाते का विवरण निकलवाया तो पाया कि उसके खाते में 52 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं, जिसे महाराष्ट्र, चेन्नई, गुजरात, मध्य प्रदेश स्थित दाल मिल, सब्जी मंडी आदि फर्मों के नाम से आरटीजीएस किए गए हैं।

आशीष ने धोखाधड़ी से किया इन्कार तो दर्ज कराया मुकदमा

बैंक का स्टेटमेंट देखकर जयप्रकाश के होश उड़ गए। उसने तत्काल आशीष को फोन लगाया तो उसने कहा कि इसके बारे में वह नहीं जानता। ऐसा कैसे हुआ उसको कुछ भी पता नहीं। यह देख जयप्रकाश में तत्काल कटरा काेतवाली में तहरीर देकर आशीष के विरुद्ध धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की।

टैक्स बचाने के लिए इस खेल में बड़े लाेग शामिल

करीब एक साल बाद आशीष को बुधवार को नगर के रतनगंज से गिरफ्तार किया गया और पूछताछ शुरू हुई। उसने बताया वह एक्सिस बैंक की नौकरी को छोड़ चुका है। वर्तमान में वह बिहार स्थित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में मैनेजर के पद पर तैनात है। कड़ी पूछताछ में उसने बताया कि वहां करीब 47 लाेगों के खाते फर्जी तरीके से खोलकर 2000 करोड़ रुपये हेराफेरी की गई है। इसमें बैंककर्मी के अलावा इस खेल में बड़े लोग भी शामिल हैं जो टैक्स बचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। पुलिस मामले ही तह तक जाने के लिए कोशिश कर रही है।

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