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वाराणसी-गाजीपुर फोरलेन पर अचानक धंसी सड़क, 60 करोड़ रूपये से 6 माह पहले बनी थी रोड

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. वाराणसी-गाजीपुर फोरलेन पर वाहनों का आवागमन शुरू होने के आठ माह बाद ही सड़क धंसनी शुरू हो गई है। पहली बार सड़क उसी स्थान पर धंसी है, जहां बीते 20 सितंबर 2021 को सीएम योगी आदित्यनाथ का उड़नखटोला उतरा था। संयोगवश आमजन की नजर पड़ गई और शिकायत पर कार्यदायी संस्था ने संबंधित लेन पर डिवाइडर लगाकर आवागमन रोक दिया, अन्यथा बड़ा हादसा हो जाता।

वाराणसी-गाजीपुर फोरलेन पर बीते अक्टूबर से वाहनों का आवागमन शुरू हुआ है। कैथी स्थित टोल प्लाजा पर सभी वाहनों से शुल्क वसूला जाता है, लेकिन सड़क की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया है जिसका जीता-जागता उदाहरण रविवार की रात सामने आया। सैदपुर क्षेत्र के शेखपुर ओवरब्रिज पर यह सड़क धंस गई है, जहां सड़क धंसी है वहां कंक्रीट उखड़ गए हैं और सरिया दिख रही है। रात भर क्षतिग्रस्त सड़क से आवागमन होता रहा, लेकिन संयोगवश कोई हादसा नहीं हुआ। सुबह आसपास के लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना दी तो उन्होंने कार्यदायी संस्था को सूचित किया।

कार्यदायी संस्था द्वारा गाजीपुर से वाराणसी जाते समय सैदपुर बाइपास के पास बाएं तरफ डिवाइडर लगाकर उस लेन पर आगवामन रोक दिया गया है और क्षतिग्रस्त स्थल को घेरा है। हालांकि सोमवार की शाम तक मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हुआ था। खास यह है कि इसी स्थान पर दाएं तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ का उड़नखटोला उतरा था और टाउन नेशनल इंटर कालेज में जनसभा को संबोधित करने के बाद इसी स्थान पर खड़े हेलीकाप्टर से सीएम वापस गए थे। 

सड़क धंसने से लोगों ने सड़क निर्माण के गुणवत्ता पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। युवा शक्ति संघ के अध्यक्ष व सपा नेता सुनील यादव का कहना है कि घटिया निर्माण के कारण ही सड़क धंसी है, संयोगवश कोई हादसा नहीं हुआ। आरोप लगाया कि कार्यादायी संस्था द्वारा किए गए निर्माण की जांच किए बगैर ही संभवत: आमजन के लिए आवगामन चालू कर दिया गया है। जितेंद्र कुमार ने कहा कि अभी सड़क को बने साल भर भी नहीं हुआ है और सड़क धंसनी शुरू हो गई है, भारी बारिश हुई तो और जगह पर भी सड़क धंस सकती है। आम नागरिकों ने जनहित में सड़क गुणवत्तापूर्ण ढंग से सड़क की मरम्मत करने की मांग की है।

रेलिंग तो कहीं सड़क में दरार : फोरलेन निर्माण के बाद जगह-जगह सड़क में दरारे पड़नी शुरू हो गई है। साथ ही जगह-जगह ओवरब्रिज के रेलिंगों में भी दरारे दिखाई पड़ रही हैं। कार्यदायी संस्था द्वारा सड़क में पड़ी दरारों को केमिकल के जरिये भरने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन यह नाकाफी लग रहा है। आमजन इस बात को लेकर भी आक्रोश है कि टोल प्लाजा पर वाहनों से सख्तीपूर्वक शुल्क तो वसूला जा रहा है, लेकिन सड़क की मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

पहुंचे अधिकारी, डीएम को दी सूचना 

ओवरब्रिज पर सड़क धंसने की सूचना मिलने पर एसडीएम ओमप्रकाश गुप्ता व सीओ बलिराम प्रसाद मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। एसडीएम ने बताया कि डीएम साहब को इसकी सूचना देने के साथ ही एनएचआइ के अधिकारियों को भी सूचित कर दिया गया है। कार्यदायी संस्था ने डिवाइडर लगाकर संबंधित लेने पर आवागमन रोक दिया है। जानकारी दी कि लिखित पत्र भी उच्चाधिकारियों को भेजूंगा।

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