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CM योगी ने 10वीं के बच्चे से ऐसा क्या पूछा कि हंसी से गूंज उठा पूरा हॉल, जानिए यहाँ

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. 18 घण्टे पढ़ते हैं तो सोते कब हैं आप? नेशनल पब्लिक कॉलेज के हाईस्कूल के छात्र अक्षत शुक्ला से बात करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब यह पूछा तो पूरा हॉल हंसी से गूंज गया।  मुख्यमंत्री गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर हाईस्कूल के लखनऊ के टॉपरों से मुलाकात कर रहे थे।

इसी स्कूल की रूबी यादव ने कहा कि मैंने कल सुना कि लड़कियों की दहेज के लिए पैसा न बचाकर उनकी पढ़ाई के लिए पैसे खर्च करने चाहिए। इससे मैं सहमत हूं। मुख्यमंत्री ने मुस्करा कर पूछा-आप कहां से सुन रहे थे। रूबी ने कहा कि मैं घर से देख रही थी। मुख्यमंत्री ने खुश होकर कहा कि अच्छा आपने खुद सुना, बहुत सुंदर। रूबी ने अभ्युदय कोचिंग के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुझे भी आईएएस बनना है। जिस पर मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि आप तैयार हैं? मेहनत कर रही हैं?   

लखनऊ मॉडल पब्लिक कॉलेज के ऋषभ सिंह से मुख्यमंत्री ने पूछा कि आप आगे क्या करना चाहते हैं? ऋषभ ने जवाब दिया कि आईआईटीयन बनना चाहता हूं। इस पर मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा-अभी से तैयारी कर रहे हैं? मुख्यमंत्री से सभी 10 बच्चों से क्रम से उनका नाम और विषय पूछे।

मुख्यमंत्री ने पूछा कमजोर बच्चों के लिए क्या करते हैं

मुख्यमंत्री ने प्रधानाध्यापकों से भी बात की और सबसे विशेषतौर पर दो सवाल पूछे कि वे अपने स्कूल में क्या स्पेशल करते हैं? दूसरा- कमजोर बच्चों के लिए स्कूल क्या विशेष प्रयास करते हैं? बच्चों को एक्स्ट्रा क्लास के लिए स्कूल में रोकने की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री ने तुरंत पूछा कि अगर बच्चे बिना नाश्ते के स्कूल आ जाते हैं तो कैसे रोकते हैं? उन्होंने स्कूल समय से खुलने, मार्निंग असेम्बली की नियमितता और शिक्षकों की उपलब्धता की जानकारी भी ली। कोविड के कारण बच्चों की कमी होने पर उन्होंने प्रधानाध्यापक से पूछा कि कोविड से बच्चे क्यों कम हुए? शिक्षकों को व्यक्तिगत तौर पर महीने में एक बार अभिभावकों से मिलना चाहिए। 

नाम तो आपका ही होगा

एक प्रधानाध्यापक के यह कहने पर कि अपने बच्चों के बहाने हम आपसे मिल पाए तो मुख्यमंत्री ने कहा कि नहीं, इन बच्चों के बहाने हम आप लोगों से मिल पाए। अच्छा काम करेंगे तो अच्छा होगा, नाम तो आप ही लोगों का होगा।  

सरकार पढ़ाई में करेगी मदद

अभिभावकों में सभी विद्यार्थियों की मां आईं केवल ऋषभ सिंह के पिता मौजूद रहे। अक्षत शुक्ला की मां के यह कहने पर सिलाई कर बेटे को पढ़ाया तो उन्होंने कहा कि मां-बाप के संस्कार बच्चे में आते हैं। आप मेहनत कीजिए, सरकार भी मदद करेगी। एकदम घबराइए नहीं, इसकी पढ़ाई में कोई कमी नहीं आएगी। विकास वर्मा की मां के यह बताने पर कि उन्होंने गाय पाली है तो मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या बच्चे को गाय का दूध देती हैं। श्रृयंक सिंह की मां ने दादा को उसकी सफलता का श्रेय दिया और पूछा कि आप लोग उनकी सेवा करते हैं? आपने यहां के लोगों को प्रेरित किया कि बुजुर्गों की सेवा करें।

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