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गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि, पश्चिम में वर्षा के चलते फिर आगे और बढ़ेगा पानी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक हुई भारी वर्षा के चलते नदियां एक बार फिर उफान पर हैं। यमुना व अन्य सहायक नदियों के माध्यम से वर्षा का पानी पहुंचने से एक बार फिर गंगा के जलस्तर में वृद्धि देखने को मिल रही है। फिलहाल प्रयागराज से फाफामऊ व मीरजापुर तक तक गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि देखने को मिली। वाराणसी व गाजीपुर में अभी पानी ठहरा हुआ है तो बलिया में भी 10 मिमी प्रति घंटा की बढ़ोतरी मंगलवार की सुबह आठ बजे दर्ज की गई।

केंद्रीय जल आयोग के मध्य गंगा प्रखंड कार्यालय से जारी बुलेटिन के अनुसार सुबह आठ बजे प्रयागराज में 40 मिमी प्रति घंटा तो फाफामऊ में 20 मिमी प्रति घंटा व बलिया में 10 मिमी प्रति घंटा के वेग से गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो रही थी। मीरजापुर में भी 10 मिमी प्रति घंटा जलस्तर में वृद्धि दर्ज की गई।

फिलहाल वाराणसी व गाजीपुर में जलस्तर स्थिर बना हुआ है। जानकारों का कहना है कि मऊ के दोहरीघाट में सरयू के जलस्तर में भी वृद्धि होने से नदी के माध्यम से पानी बलिया में सरयू (घाघरा) व गंगा के संगम के चलते गंगा में पहुंचकर वहां उफान पैदा कर रहा है। वर्षा का क्रम फिलहाल थम गया है लेकिन उम्मीद है कि एक-दो दिनों में वाराणसी में भी जलस्तर में मामूली वृद्धि दर्ज की जा सकती है।

पड़ सकती है कहीं-कहीं फुहार, फिर निकल आएगी धूप

बादलों ने मंगलवार भोर रिमझिम से शुरुआत की और दोपहर में झमाझम बरसे। वातावरण को शीतल बनाया और शहर को जलाजल भी किया। माना जा रहा है बुधवार को भी फुहार पड़ सकती है। ज्यादा संभावना है कि इसके बाद बादल लौट जाएंगे और आसमान साफ होना आरंभ हो जाएगा।

वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय बताते हैं कि बादल मंगलवार की शाम से ही विरल होना शुरू हो गए हैं। व्याप्त नमी और कम तापमान के चलते लौट रहे बादल एकाध बार कहीं-कहीं फुहारें गिरा सकते हैं। बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय रहा विक्षोभ मध्य प्रदेश की ओर बढ़ गया था। पूर्वी उत्तर प्रदेश के वातावरण में पर्याप्त नमी के चलते चहुंओर छाए बादलों का संपर्क होने से यहां के आसमान में छाए बादल भी 0.4 मिमी बरस पड़े। अब बादल विरल होना आरंभ हो गए हैं। बुधवार को कहीं-कहीं फुहारें पड़ सकती हैं लेकिन इसके बाद बादल हट जाएंगे और धूप निकल आएगी।

बहरहाल मंगलवार को हुई वर्षा से अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री नीचे 29.4 डिग्री सेल्सियस पर आ गया, जबकि बादलों की वजह से न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा। इस दौरान वातावरण में 90 से 98 प्रतिशत आर्द्रता व्याप्त रही।

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