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यूपी में इस साल कोई दंगा नहीं, माफिया की 26 सौ करोड़ की प्रॉपर्टी पर चला बुलडोजर, योगी सरकार का दावा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. सत्‍ता में वापसी करने वाली योगी आदित्‍यनाथ सरकार इस साल पूरे ऐक्‍शन में रही। इसी का नतीजा है कि साल 2022 में एक ओर जहां कानून का शिकंजा माफिया और अपराधियों पर कसता चला गया, वहीं दुर्दांत बदमाशों का एनकाउंटर के जरिये सफाया भी हुआ। यूपी सरकार की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2022 में 62 माफिया की 26 सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति को जब्त और ध्वस्त किया गया है। इसी तरह खौफ का पर्याय बने करीब 8 अपराधियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया है। इसके साथ ही इस साल एक भी दंगा नहीं हुआ।

साल 2022 में सीएम योगी के निर्देश पर यूपी पुलिस ने माफिया गैंग के 896 सहयोगियों के खिलाफ 396 से अधिक मुकदमे दर्ज कर 431 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 178 पर गुंडा एक्ट, गैंगेस्टर में 884 और 13 आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई। साथ ही प्रदेश स्तर पर चिह्नित 62 माफिया की अवैध रूप से कमाई गई 26 सौ करोड़ से अधिक की संपत्ति को जब्त और ध्वस्त किया गया है। वहीं माफिया और उसके गैंग के सहयोगियों के 310 से अधिक शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए गए। इतना ही नहीं, थाना स्तर पर 16158 टॉप टेन अपराधियों को चिह्नित कर 83,721 मुकदमे दर्ज किए गए है साथ ही उनके द्वारा अवैध रूप से कमाई गई 648 करोड़ से अधिक की संपत्ति को भी जब्त किया गया है। 56491 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर व 795 अपराधियों के विरुद्ध रासुका की कार्रवाई की गई।

पुलिसिया कार्रवाई से लेकर कोर्ट में पैरवी तक

वहीं अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिये पुलिसिया कार्रवाई करने के साथ ही कोर्ट के समक्ष प्रभावी पैरवी कर उन्हें सजा भी दिलवाया है। वहीं, पुलिस, अभियोजन और शासन ने मिलकर मुख्तार सहित 36 माफिया और उनके शागिर्दों को आजीवन कारावास और दो को फांसी की सजा दिलाई। प्रभावी पैरवी का ही नतीजा रहा कि कोर्ट ने माफिया मुख्तार को तीन माह के अंदर तीन बार सजा सुनाई है। यूपी पुलिस की पैरवी से कोर्ट ने महिला एवं बाल अपराध के मामले में 36 अपराधियों को फांसी की सजा सुनाई, जबकि 1296 को आजीवन कारावास, 1263 को 10 वर्ष या उससे अधिक की सजा तथा 3676 को 10 वर्ष से कम की सजा सुनाई है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में 59.1 प्रतिशत की दर से महिला संबंधित मामलों में कोर्ट से सजा सुनाई गई। साथ ही पॉक्सो व महिला अपराध के तहत 2273 अपराधियों को सजा दिलाई गई है।

ड्रग माफिया को दी करारी चोट, एएनटीएफ का किया गठन

वहीं, प्रदेश में ड्रग माफिया और अवैध नशे के सौदागरों की कमर तोड़ने के लिए पहली बार एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) का गठन किया गया। पहले चरण में दो थानों गाजीपुर और बाराबंकी में एएनटीएफ थाना खोला गया और तीन क्षेत्रीय शाखा मेरठ, लखनऊ और गोरखपुर जोन की स्थापना की गई है। ड्रग माफिया के खिलाफ 24 अगस्त से 8 सितंबर तक चले अभियान में पुलिस ने 2833 संदिग्ध आरोपियों को चिह्नित कर 2479 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की और 2277 मुकदमे दर्ज किए। इन आरोपियों से पुलिस ने 39 करोड़ 68 लाख रुपए की बरामदगी की। गैंगेस्टर अधिनियम के तहत 358 आरोपियों के खिलाफ 110 मुकदमे दर्ज किए गए और 35 करोड़ 14 लाख की संपत्ति जब्त की। साथ ही कोर्ट में पैरवी कर 188 आरोपियों को सजा दिलाई।

जहरीली शराब का कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई

वहीं पुलिस ने अवैध और जहरीली शराब के खिलाफ चले अभियान में 11,157 आरोपियों के खिलाफ 10,821 मुकदमे दर्ज कर 11 करोड़ 16 लाख रुपए से अधिक की बरामदगी की है। इसके अलावा गैंगेस्टर अधिनियम के तहत 319 आरोपियों के खिलाफ 101 मुकदमे दर्ज किए हैं। साथ ही कोर्ट में पैरवी कर 164 अपराधियों को सजा दिलाई गई है। गैंगेस्टर अधिनियम के तहत करीब 20 करोड़ रुपए की अवैध सम्पत्ति जब्त की गई है। आबकारी अधिनियम के तहत 406 आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

एक नजर इन 12 उपलब्धियों पर

1- धार्मिक स्थलों से 75,190 लाउडस्पीकर हटाए गए। इसके अतिरिक्त 50,000 से अधिक लाउडस्पीकरों की ध्वनि कम कराई गई।

2- 10,000 से अधिक पुलिस कर्मियों की भर्ती।

3- 5381 नए पदों की मंजूरी। इनमें 86 राजपत्रित व 5295 अराजपत्रित श्रेणी के पद हैं।

4- ई-प्रॉसीक्यूशन मोबाइल एप, प्रदेश के 1531 थानों में साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना।

5- लखनऊ व गौतमबुद्ध नगर के अलावा 16 परिक्षेत्रीय मुख्यालयों पर 1-1 साइबर क्राइम थाने की स्थापना।

6- लखनऊ में डिजिटल फॉरेन्सिक लैब और प्रत्येक परिक्षेत्र स्तर पर साइबर फॉरेन्सिक लैब की स्थापना का कार्य गतिमान

7- महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा हेतु उत्तर प्रदेश स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स का गठन।

8- अयोध्या में एसटीएफ की इकाई गठित।

9- वीमेन पॉवर लाइन 1090, जीआरपी, फायर सर्विस और महिला हेल्पलाइन 181 सेवा का एकीकरण।

10- प्रदेश में 3195 एन्टी रोमियो स्क्वॉयड गठित। इनके द्वारा 675143 स्थानों पर 2833893 व्यक्तियों की चेकिंग।

11- देवबन्द, बहराइच, अलीगढ़, कानपुर सहित कई अन्य जनपदों में एटीएस को नई फोल्ड यूनिट गठित।

12- बंदियों को सुरक्षित लाने-ले जाने के लिए 56 जिलों को मॉडन प्रिजन वैन उपलब्ध करायी गयी

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