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अखिलेश को नहीं पता था हनुमान जी अकेले थे...ओमप्रकाश राजभर

गाजीपुर न्यूज़ टीम, बस्ती. सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ने तीन बार के विधायक और सपा के कद्दावर नेता राम ललित चौधरी को अपनी पार्टी की सदस्यता दिलाई। पूर्व विधायक के साथ सैकड़ों समर्थकों ने सुभासपा का दामन थाम लिया। ओपी राजभर ने राम ललित चौधरी को पार्टी का उपाध्यक्ष घोषित किया। वहीं सपा से गठबंधन को लेकर भी राजभर ने खुलकर अपनी बात रखी और पार्टी पर जमकर निशाना साधा। ओम प्रकाश राजभर ने तो खुद की तुलना हनुमान जी से ही कर डाली।

2024 में समझौते से ही चुनाव लड़ा जाएगा-राजभर

गठबंधन के सवाल पर ओपी राजभर ने मीडिया को जवाब देते हुए कहा की देखिए 2024 का चुनाव समझौते से ही लड़ा जाएगा। अभी हम अकेले उस हैसियत में नहीं हैं की लोकसभा का चुनाव अपने दम पर लड़ सकें। आज की तारीख में न कोई किसी का दोस्त है न दुश्मन है।

'...इसलिए दिया बीजेपी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा'

राजभर ने कहा कि हमने बीजेपी के साथ अपने विचारों से समझौता किया, जब हमारे विचार से बात नहीं मिली तो बीजेपी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जी लखनऊ में समझौता कराने आए। बात नहीं बनी तो हमने मंत्री पद से रिजाइन दे दिया। मेरा यह कदम शायद उत्तर प्रदेश की राजनीती में पहला कदम था।

अखिलेश को नहीं पता था हनुमान जी अकेले थे

राजभर ने कहा कि हमने सपा से गठबंधन किया लेकिन सपा ने हमारे साथ धोखा किया। चुनाव से पहले हम को बहकाते रहे जब चरणबध चुनाव आया तो हमको 12 रिजर्व सीट दे दिया और उस पर भी अपना कैंडीडेट दे दिया। उन की मंशा थी की सरकार तो हमारी बन रही है लेकिन ओम प्रकाश राजभर को ऐसा कमजोर करें की ओम प्रकाश राजभर फ्री बिजली, फ्री शिक्षा, जातिगत जनगणना की बात पर लड़ रहा हो जब इस के पास विधायक नहीं रहेंगें तो लड़ नहीं सकेगा। लेकिन अखिलेश यादव को यह नहीं मालूम था की पूरे रामायण में हनुमान जी अकेले थे।

कांग्रेस और राहुल को लेकर कही बड़ी बात

वहीं कांग्रेस को लेकर भी ओपी राजभर का प्यार देखने को मिला उन्होंने कहा की हो सकता है राहुल गांधी जी सत्ता में आ जाएं। उन्होंने कहा की कोई भी राजनीतिक दल जब आंदोलन चलाते हैं तो कोई न कोई नाम रखते हैं। चाहे सावधान यात्रा चल रही हो, चाहे भारत जोडो यात्रा, उसी के बहाने लोगों के बीच जाकर लोग अपनी विचारधारा बताते हैं।

राजभर ने कहा कि पहले कांग्रेस जनता के बीच थी तो कांग्रेस की सरकार था, कांग्रेस की सरकार बनी जब जनता से हट गई तो कांग्रेस चली गई। फिर यूपी में सपा, बसपा और कांसीराम जी जनता के बीच आए तो उन की सरकार बनी फिर वो पार्टी जनता से हट गई और पार्टी खत्म हो गई। मुलायम सिंह जनता के बीच थे सरकार बनी जनता से हटे सरकार चली गई। बीजेपी जनता के बीच चली गई आज उस की सरकार है, राहुल गांधी जनता के बीच जा रहे हैं उन की सरकार बन सकती है।

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