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अनुज की सफाई के बाद अनुपमा सुनाएगी ये फैसला, पूरा होगा कांताबेन का बदला

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. टीवी सीरियल 'अनुपमा' के 28 मई 2023 के एपिसोड में अनुज कपाड़िया की सफाई सुनने के बाद अनुपमा अपना फैसला सुनाएगी। उसका फैसला सुनने के बाद अनुज कपाड़िया के पांव तले जमीन खिसक जाएगी। अनुपमा का यह फैसला कहीं न कहीं उसके मुंह पर जोरदार तमाचा होगा कि हमेशा मर्द ही मिलना और बिछड़ना तय करें यह जरूरी नहीं। कई फैसले औरत के हाथ में होना जरूरी है और वह जब चाहे यह फैसले ले सकती है। शो के रविवार के एपिसोड के साथ ही अपकमिंग महासप्ताह की भी शुरुआत हो जाएगी। लेकिन उससे पहले जानते हैं कि रविवार के एपिसोड में क्या कुछ हुआ?



अनुज के जवाब के बाद आएगा अनु का फैसला

सीरियल के रविवार के एपिसोड में आप देखेंगे कि अनुज कपाड़िया अपनी सफाई देते हुए बताएगा कि उसके पास कोई चॉइज ही नहीं बची थी। वह छोटी के आंसू और माया की चीखों के आसे बेबस हो गया था। वह समझ नहीं पा रहा था कि अगर लौटे तो किस तरह। क्योंकि माया की तबीयत खराब थी जिसके लिए वह खुद को गिल्टी मानता है और छोटी अपनी मां के लिए लगातार रोए जा रही थी। इस पर अनुपमा उससे पूछेगी कि अगर इतनी सारी बातें थीं तो उसने यह सारी बातें आज तक उससे क्यों छिपाए रखीं? इस पर अनुज कपाड़िया कुछ नहीं कह पाएगा।

मां कांताबेन की बेइज्जती का बदला लेगी अनुपमा

उधर कपाड़िया हाउस में अनुज की गैरमौजूदगी पर माया छटपटाती नजर आएगी। वह बरखा से अंकुश को फोन करके अनुज की पोजिशन पता करने को कहेगी, अंकुश समझ जाएगा और बात घुमाते हुए उसे करारा जवाब देगा। माया और बरखा की खिसियाहट के बीच उधर अनुपमा अनुज को अपना फैसला सुना देगी और उसके पास से चली जाएगी। अनुपमा अब अमेरिका जाएगी और वह अपनी मां की बेइज्जती और अनुज के उसे छोड़कर जाने जैसी तमाम चीजों का बदला अपने ही अंदाज में ले लेगी। लेकिन साथ ही वह अपना फैसला इस पर सही गलत के आधार पर नहीं बल्कि प्रैक्टिकल होकर लेगी।

'आप किसी के लिए नहीं रुके, अब मैं भी नहीं रुकूंगी'

अनुज कपाड़िया जब अनुपमा से कहेगा कि क्या हम किसी तरह फिर से पहले की तरह नहीं हो सकते। क्या किसी तरह सब कुछ पहले जैसा नहीं हो सकता अनु? तो जवाब में अनुपमा अपने पति अनुज कपाड़िया से कहेगी कि सच तो यह है कि आपने मुझसे ऊपर माया और छोटी का ख्याल रखने का फैसला किया है। औरत की जिंदगी में उसे सिर्फ इंतजार करना सिखाया जाता है। अगर मैं आपके लौटने का इंतजार करूं तो पता नहीं माया कब तक ठीक होगी और आप कब तक लौटेंगे। मैं सिर्फ इंतजार ही करती रहूंगी। आपने अपना फैसला कर लिया था और अब मुझे अपना फैसला करना है। अनुपमा अनुज से कहेगी, "आप किसी के लिए नहीं रुके और अब मैं भी किसी के लिए नहीं रुकूंगी। मंजिल का तो पता नहीं लेकिन हमारे रास्ते तो अलग हो चुके हैं। और अलग-अलग राहों पर चलने वाले साथ कैसे चल सकते हैं।"

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