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पाचन क्रिया को मजबूत बनाती हैं ये तीन चीजें, कब्ज, अपच और पेट फूलना होगा बंद

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. आजकल खराब खाना-पान और सुस्त जीवनशैली की वजह से गैस, एसिडिटी, अपच, कब्ज और पेट फूलने सहित पेट की कई बीमारियां पीछा नहीं छोड़ रही हैं। सर्दियों का मौसम है और इन दिनों यह समस्याएं और ज्यादा बढ़ जाती हैं। एक बात हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए कि अधिकतर बीमारियां पेट से शुरू होती हैं।
अगर आपका पाचन या पेट खराब है, तो आपकी सेहत जल्दी खराब हो सकती है। पेट के विकारों के लिए बार-बार दवाओं का इस्तेमाल भी सेहत को और ज्यादा प्रभावित कर सकता है। ऐसे में यह जरूरी है कि पेट के स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए आप कुछ घरेलू उपाय ही आजमाएं। हां, अगर कंडीशन ज्यादा खराब है तो आप डॉक्टर के पास जा सकते हैं।
पेट को स्वस्थ और मस्त रखने का एक असरदार घरेलू उपाय बता रहे हैं। इस उपाय में तीन चीजों का इस्तेमाल करना है घी, गुड़ और केले का। यह उपाय पाचन को बेहतर बनाने में सहायक है।
दोपहर में गुड़ और घी खाएं
गुड़ खाने से सेहत को अनगिनत फायदे होते हैं। आप अपने दोपहर के भोजन में एक चम्मच गुड़ और घी शामिल कर सकते हैं। यह आपके पाचन को सुचारू बनाता है। घी से शरीर को हेल्दी फैट मिलता है और गुड़ आपकी चीनी की लालसा को कम करने में मदद करता है और पोषक तत्व प्रदान करता है।
पेट को मस्त रखता है केला
केला खाने से एनर्जी मिलती है और सूजन कम होती है। हर रोज सुबह या शाम 4 से 6 बजे के बीच नाश्ते के रूप में एक केला खाएं। केले में फाइबर और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं जो गैस और सूजन को कंट्रोल रखते हैं। अपनी दही में 3-4 काली किशमिश मिलाकर प्रीबायोटिक और प्रोबायोटिक गुणों के मिश्रण से अपने पाचन को बढ़ाएं। यह सिरदर्द और एसिडिटी को खत्म करता है और पाचन समस्याओं से हुई शरीर में बी12 की कमी को पूरा करने में भी मदद करता है।
एक्टिव रहें
प्रतिदिन 30 मिनट की सैर करें क्योंकि पैदल चलने से पाचन में मदद मिलती है। एक्टिव रहने से वात को कंट्रोल रखने में हेल्प मिलती है। दोपहर को 15-20 मिनट की छोटी झपकी जरूरी लें। आपको अपने कैफीन सेवन पर भी ध्यान देना चाहिए। 3 या 4 बजे के बाद अत्यधिक चाय और कॉफी से बचना चाहिए। 2-3 कप से अधिक पीने से कब्ज या दस्त हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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