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गाजीपुर जिले के सैदपुर में बनकर तैयार है पूर्वोत्तर रेलवे के सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक लोको शेड, PM मोदी करेंगे लोकार्पण

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. पूर्वोत्तर रेलवे का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक लोकोशेड सैदपुर भीतरी में बन कर पूरी तरह तैयार हो गया है। कार्यदायी संस्था रेल विकास निगम लिमिटेड की ओर से इसे हैंडओवर की भी कर दिया गया है। इसके बाद इसमें इलेक्ट्रिक इंजन के मेंटनेंस का काम तेजी से शुरू हो गया है। इस लोको शेड के निर्माण से रेलवे को बहुआयामी फायदा होगा। संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव से पहले गाजीपुर-ताड़ीघाट नई रेल लाइन के साथ इसका भी लोकार्पण कर सकते हैं।
सैदपुर में बने लोकोशेड से रेल के कई फायदे होने का दावा रेलवे की ओर से किया जा रहा है। इलेक्ट्रिक इंजन के प्रयोग से संरक्षित ट्रेनों के परिचालन के साथ ही रेलवे के खर्चो में कमी आएगी। इसके साथ ही इलेक्ट्रिक इंजन के प्रयोग से 2.83 बिलियन लीटर तेल के साथ 13510 करोड़ रुपये की बचत होगी। लोकोशेड के बनने के बाद इलेक्ट्रिक इंजनों की मरम्मत और रखरखाव आसान होगा। इलेक्ट्रिक इंजनों से 15 से 20 फीसद ऊर्जा की बचत होगी। एडवांस तकनीक के इस्तेमाल से बने इलेक्ट्रिक इंजन के प्रयोग से संभावित दुर्घटनाओं में कमी आएगी। ट्रेन की क्षमता के साथ गति भी बढ़ेगी,साथ ही पर्यावरण प्रदूषण में कमी आएगी।
सीनियर सेक्शन इंजीनियर मेंटनेंस घनश्याम यादव ने ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम को बताया कि इंजन के मेंटनेंस को लेकर चार श्रेणी बनाए गई है। पहले में आईए कैटगरी है। जिसमें तीन महीने पर इंजन की सामान्य जांच की जाती है। दूसरी कैटगरी में आईबी है। जिसमें इंजन की छह महीने पर ग्रीसिंग समेत अन्य कार्य होते हैं। तीसरी कैटगरी आईसी है। जिसमें नौ महीने पर इंजन के चक्के की स्थिति, एलॉमेंट समेत अन्य जांच होती है। चौथी अंतिम कैटगरी टीओएच होती है।

उन्होंने बताया कि किसी भी इलेक्ट्रिक रेल इंजन में खराबी आने की दशा में उसका रिपेयर और मेंटनेंस का कार्य इस लोकोशेड में किया जाएगा। लगभग 100 इलेक्ट्रिक इंजन इस लोको शेड में हमेशा तैयार रहेंगे। जो पूर्वोत्तर रेलवे के सभी डिवीजन में आवश्यकता पड़ने पर भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस श्रेणी का लोकोशेड वाराणसी,गोरखपुर सहित दानापुर रेल मण्डल में कही नहीं है। घनश्याम यादव ने यह भी बताया कि इस कारखाने में 190 कर्मचारियों के पद स्वीकृत है। फिलहास उसके सापेक्ष में 70 कर्मचारियों की नियुक्ति हुई है।
साल 2018 में तत्कालीन गाजीपुर के सांसद और केंद्रीय रेलराज्य मंत्री , वर्तमान में जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने सैदपुर भीतरी रेलवे स्टेशन पर लोको शेड का शिलान्यास रखा था।इस लोको शेड को 96.46 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाना प्रस्तावित था। 12 एकड़ में बने 100 केएसी विद्युत क्षमता वाले लोकोशेड का निर्माण आरवीएनएल(रेल विकास निगम लिमिटेड) ने कराया है। कुछ दिनों पहले एलजी मनोज सिन्हा ने लोको शेड की फोटो अपने सोशल अकाउंट पर साझी की थी।ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव से पहले गाजीपुर-ताड़ीघाट नई रेल लाइन के साथ इसका भी लोकार्पण कर सकते हैं।हालांकि इस बात की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
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