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गाजीपुर में लाखों रुपए खर्च कर बना शवदाह गृह खंडहर में तब्दील

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के बिरनो ब्लाक के गजपतपुर गांव में श्मशान घाट कई साल पहले बनवाया गया था, परन्तु अब शवदाह गृह शोपीस बन कर रह गया है। इसका उचित लाभ शवदाह करने जाने वाले लोगों को नहीं मिल पा रहा है।
मां गंगा को निर्मल करने के लिए प्रदेश सरकार ने गांवों में श्मशान घाट बनवाया। इसके तहत करीब कई वर्षों पहले बिरनो ब्लॉक में कई ग्राम पंचायतों में शवदाह गृह बनाए गए हैं। लेकिन देखरेख के अभाव में अब वे खंडहर के रूप में तब्दील होते जा रहे हैं। कहीं बिजली का कनेक्शन नहीं है तो कहीं वहां लगा सबमर्सिबल पंप खराब पड़ा है।
ग्रामीणों का कहना है कि करीब कई वर्षों पहले 18-18 लाख रुपये की लागत से शवदाह गृह का निर्माण कराया गया था। जब निर्माण हो रहा था, तभी लोगों ने मानक के अनुसार काम किए जाने की मांग की थी, लेकिन शवदाह गृह कई जगह तो गांवों से काफी दूरी पर बना दिए गए और कई जगह मानक के अनुसार नहीं बने। उसका नतीजा यह हुआ कि लोग शवदाह गृह में नहीं, बल्कि पुराने स्थान यानी गंगा घाट पर ही अंतिम संस्कार करते रहे।
ग्रामीणों का कहना है कि शवदाह गृह बदहाल हो गया है। अंदर घास-फूस और सरपत के झाड़ फूस उग आए हैं। वहां लगा सबमर्सिबल पंप भी खराब पड़ा है। अभी तक बिजली भी नहीं पहुंच सकी है। प्रकाश व्यवस्था नहीं होने से लोगों को श्मशान भूमि पर जाने में डर लगता है। शवदाह गृह भी किसी काम की नहीं साबित हो रहा है, जबकि इन शवदाह स्थलों के निर्माण पर सरकार ने लाखों रुपये खर्च किया है।
ग्रामीणों ने कहा कि यदि देखरेख की जाय और ठीक से मरम्मत करा दी जाय तो लोगों को इसका लाभ मिलेगा। यहां शवदाह गृहों में शांति स्थल, पंप, इंटर लॉकिंग, बाउंड्री वॉल, दो कमरे, कार्यालय, अंत्येष्टि स्थल और शेड सहित अन्य कार्य कराए जाने हैं।
बिरनो ब्लॉक की खण्ड विकास अधिकारी सीमा कुमारी ने कहा कि जिस शवदाह गृह पर गंदगी या उसकी स्थिति गंभीर है, उन शवदाह गृह को ग्राम पंचायतों द्वारा पड़ताल करवाकर सुधार का प्रयास किया जाएगा।
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