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मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पुत्र अब्बास पर रखी जा रही कड़ी नजर, मजिस्ट्रेट को सौंपा गया अनौचित्य का जिम्मा

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ/कासगंज. माफिया मुख्तार अंसारी के मौत के बाद जेल की सलाखों में बंद पुत्र अब्बास अंसारी की निगरानी बढ़ा दी गई है। बैरक के बाहर बंदी रक्षकों की संख्या में बढ़ोत्तरी कर दी गई है, वहीं एक मजिस्ट्रेट को भी निगरानी का नेतृत्व करने की जिम्मा सौंपा गया है।
पिता की मौत के बाद अब्बास अंसारी गुमसुम है। हालांकि जेल प्रशासन का कहना है कि अब्बास अंसारी अब सामान्य हो रहा है। चित्रकूट जेल की घटना के बाद विधायक अब्बास अंसारी को कासगंज की जेल में 15 फरवरी 2023 को स्थानांतरित कर दिया गया था। तभी से वह यहीं पर है। उधर बीते दिनों बांदा की जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत हो गई।

पिता की मौत के जनाजे में शामिल होने के लिए अब्बास अंसारी ने पहले प्रशासन के साथ ही अदालत तक दस्तक दी थी लेकिन पैरोल नहीं लगी। इसके बाद से पिता के गम में अब्बास गुमसुम है। इसी गम में अब्बास कहीं कोई गलत कदम नहीं उठा ले, इसे लेकर प्रशासन और जेल अफसर चौकन्ने हो गए हैं। वह अब्बास की प्रत्येक गतिविधि पर नजर रख बनाए रखे हैं।

जेल प्रशासन ने जहां अब्बास की बैरक पर बंदी रक्षकों की संख्या बढ़ा कर सघन निगरानी के आदेश दिए हैं, वहीं प्रशासन के अफसर भी खासे चौकन्ने हैं। जिला कारागार के जेलर सुरेश सिद्धार्थ ने बताया कि रविवार को अब्बास अंसारी सामान्य दिखाई दिया। उसने खाना भी खाया।

उधर, एडीएम राकेश पटेल ने बताया कि जेल अफसर तो निगरानी कर ही रहे हैं, वहीं जिला प्रशासन की ओर से एक एसडीएम के नेतृत्व में लगातार अब्बास की निगरानी की जा रही है। हालांकि धीरे-धीरे अब्बास का व्यवहार सामान्य होता जा रहा है।
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