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बसपा सुप्रीमो मायावती ने अफजाल अंसारी को जड़ा राजनीति वाला तमाचा और कर दिया ये बड़ा दावा

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. राजनीति में स्थाई दोस्त और दुश्मन नहीं होते हैं। राजनीति में किसी भी संभावनाओं को खारिज नहीं किया जा सकता है। ऐसे ही संकेत गाजीपुर के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए सपा कैंडिडेट अफजाल अंसारी ने दिया है। BSP के वर्तमान राजनीतिक स्टैंड को लेकर अंसारी ने कहा कि BJP षड्यंत्र कर बसपा को मिटाने की कोशिश मे है। वहीं उन्होंने अभी कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए मायावती ऐन मौके पर वार करेंगी।
सपा प्रत्याशी अफजाल अंसारी ने कहा कि बीजेपी षड्यंत्र कर बसपा को मिटाने की कोशिश मे है।अफजाल अंसारी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोग बसपा से घबरा गये हैं। उन्होंने कहा कि बहन जी को विवश कर दिया है, कि किसी कतार मे न जायें। अफजाल ने दावा किया कि उन्हें अभी भी उम्मीद है कि चमत्कार होगा। ऐसे ही हालात अटल जी के समय पैदा हुये थे। जब बसपा की नेता के निर्णय से अटल जी को विवश होकर इस्तीफा देना पड़ा था।
मायावती मौके पर वार करेंगी
अफजाल अंसारी ने कहा कि मायावती मौके पर वार करेंगी। अगर वे वार नहीं करती तो मैं मानूंगा उन्हें मजबूर कर दिया गया है। अफजाल अंसारी गाजीपुर लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी हैं। 2019 के चुनावों में अफजाल अंसारी बीएसपी-एसपी और आरएलडी के गठबंधन पर चुनाव लड़े थे। उन्हें गठबंधन ने बीएसपी के सिंबल पर चुनावी मैदान में उतारा था। बता दे कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने अफजाल अंसारी को राजनीति वाला तमाचा जड़ दिया है और कहा है कि बसपा का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला अटल है. उन्होंने कहा- BSP लोकसभा चुनाव अकेले अपने बलबूते पर पूरी तैयारी और दमखम के साथ लड़ेगी। यह फैसला अटल है। तीसरे मोर्चा बनाने की अफवाह फैलाना गलत है। BSP के मजबूती से चुनाव लड़ने के कारण विरोधी लोग काफी बेचैन लगते हैं।
इसलिए यह आए दिन तरह-तरह की अफवाहें फैलाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास करते रहते हैं। मगर बहुजन समाज के हित में BSP का अकेले ही चुनाव लड़ेगी।

BSP प्रमुख ने मीडिया को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने लिखा कि मीडिया ऐसी शरारतपूर्ण खबरें देकर अपनी विश्वसनीयता न खोए, लोग भी सावधान रहें। इससे पहले 15 जनवरी को मायावती ने अपने बर्थडे पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।

बता दें की शुक्रवार को एक बार फिर मीडिया में BSP को लेकर अलग-अलग तरह की खबरें सामने आई थीं। तमाम मीडिया की वेबसाइट और समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित की गई कि मायावती ने वैसे तो पिछले लोकसभा चुनाव से पहले भी अकेले ही लड़ने की घोषणा की थी। मगर बाद में सभी को चौंकाते हुए उन्होंने धुर विरोधी सपा से गठबंधन किया था। ऐसे में इस बार बसपा का कांग्रेस से गठबंधन हो सकता है।"
सियासी गलियारों में यह भी चर्चा थी है कि प्रियंका गांधी और मायावती की लोकसभा चुनाव में एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने को लेकर टेलीफोन पर बातचीत भी हो चुकी है। यह बातचीत सोनिया गांधी की पहल पर शुरू की गई है।
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