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यात्रीगण...इस रूट पर चलेंगी क्लोन एक्सप्रेस ट्रेनें, रेल यात्रियों को मिलेगी सीट; जानें इसके बारे में सबकुछ

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज. नियमित ट्रेनों में बढ़ती भीड़ और लंबी होती प्रतीक्षा सूची को न्यूनतम स्तर पर लाने के लिए रेलवे क्लोन एक्सप्रेस ट्रेनों को नियमित तौर पर अपनी समय सारिणी में जगह देने की तैयारी कर रहा है। विभिन्न यात्री समितियों की सिफारिश के बाद रेलवे बोर्ड के निर्देश पर सभी जोन ने अपनी भारी भीड़ वाली विशेष ट्रेनों के आंकड़े तैयार कर लिए हैं।
प्रयागराज में नई दिल्ली से प्रयागराज के बीच चलने वाली वीआईपी ट्रेन प्रयागराज एक्सप्रेस की भी क्लोन ट्रेन चलाने पर सहमति बन गई है। क्लोन ट्रेन चलाने का प्रस्ताव कई बार पूर्व में बोर्ड को भेजा जा चुका है। कुछ साल पहले ट्रायल के रूप में प्रयागराज एक्सप्रेस की क्लोन का प्रयोग सफल भी रहा है। क्लोन ट्रेन संबंधित ट्रेन की जुड़वा होती है, जिनका गाड़ी नंबर और दूरी सब कुछ एक समान होती है। इसमें प्रतीक्षा सूची में रहने वाले यात्रियों को सीट दी जाती है।

ओरिजनल ट्रेन का चार्ट बनने के तत्काल बाद प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों को क्लोन ट्रेन में उनकी सीट का नंबर आदि अलॉट कर संबंधित मोबाइल नंबर के जरिये भेजा जाता है। हालांकि इनकी बनावट में परिवर्तन रहेगा। स्लीपर व एसी प्रथम, द्वितीय कोच नहीं रखे जाएंगे। ये क्लोन ट्रेनें सामान्य तौर पर थ्री एसी कोच से बनेंगी। जिन रेल मंडलों के पास अतिरिक्त कोच हैं, सबसे पहले वहां की सर्वाधिक मांग वाली यात्री ट्रेन के क्लोन की व्यवस्था होगी।

यात्रियों को मिलेगी राहत
इससे ई-टिकटिंग वाले वह टिकट जो कन्फर्म नहीं होने पर स्वत: ही कैंसिल हो जाते हैं, उस समस्या से यात्रियों को राहत मिल जाएगी। यात्रियों को यात्रा के लिए सीट मिल जाएगी, रेलवे का राजस्व भी बढ़ेगा। सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि प्रस्ताव पर बोर्ड से जैसे ही आदेश आएगा प्रयागराज एक्सप्रेस की क्लोन चलने लगेगी।

उत्तर मध्य रेलवे के तीन मंडल प्रयागराज, आगरा व झांसी से 76 जोड़ी ट्रेनों की शुरुआत होती है। इसमें से प्रयागराज एक्सप्रेस से वर्ष 2023 में सर्वाधिक 11.27 लाख यात्रियों ने यात्रा की। इससे 83.53 करोड़ रुपये की कमाई हुई। हालांकि लंबी प्रतीक्षा सूची और टिकट कन्फर्म न होने पर स्वत: कैंसिल होने की संख्या भी लगभग सबसे ज्यादा है।
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