Today Breaking News

गाजीपुर में लोकसभा सीट पर माफिया मुख्तार बना मुद्दा...अफजाल अंसारी ने शुरू किया प्रचार

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में लोकसभा सीट से सपा उम्मीदवार अफजाल अंसारी ने 23 दिन बाद अपना चुनाव प्रचार फिर से शुरू किया। माफिया मुख्तार की मौत के बाद से ही वे प्रचार नहीं कर रहे थे। अफजाल ने जंगीपुर में सपा कार्यालय से चुनावी प्रचार की शुरुआत की। साथ ही मुख्तार की मौत को लेकर सरकार और सिस्टम पर आरोप लगाए। कहा कि सभी को बेनकाब करूंगा।
अफजाल अंसारी ने उसी जगह से चुनाव प्रचार की शुरुआत की, जहां बीते 29 मार्च को उन्हें प्रचार के लिए जाना था लेकिन 28 मार्च को ही मुख्तार की मौत हो गई थी। तब से अफजाल की कैपेनिंग बंद थी। इसे फिर से शुरू कर दिया गया है।

सपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अफजाल ने कहा कि मुख्तार की मौत गाजीपुर का चुनावी मुद्दा है। उन्होंने यह भी कहा कि गाजाीपुर लोकसभा सीट पर मुख्तार की मौत किसी बड़े चुनावी मुद्दे से कम नहीं है। कहा कि मुख्तार अंसारी का इलाज ही न किया जाए ऐसा भी प्रबंध किया गया था।

इसमें सरकार, प्रशासनिक मशीनरी, जेल प्रशासन और मेडिकल स्टाफ यह सब इंवॉल्व रहे। आने वाले समय में सब बेनकाब हो जाएंगे। इस मामले को लेकर हमारे पास पुख्ता सबूत हैं। इनके पाप की सजा कानून से मिलेगी लेकिन मौजूदा समय में जनता जनार्दन अन्याय करने वालों को जवाब देने का काम करेगी। अफजाल ने भावुक होते हुए कहा कि हमारे साथ जो घटना हुई है, उससे गाजीपुर की जनता मर्माहत है। इसीलिए चुनाव में जनता ही साजिश करने वालों को जवाब देगी।

गाजीपुुर लोकसभा चुनाव में मुख्तार का नाम लेना अफजाल के लिए कितना जरूरी है। इसे लेकर जब हमने गाजीपुर के रहने वाले राजीव मिश्रा से पूछा तो उन्होंने कहा कि मुख्तार करीब 30 साल से गाजीपुर की राजनीति के केंद्र में रहा है।

अब अंसारी परिवार के समर्थक इस बात को मानते हैं कि मुख्तार की मौत की जांच हो और जो भी सच हो वह सामने आए। गाजीपुर लोकसभा सीट मुस्लिम वोटर नंबर 2 की भूमिका में हैं। ऐसे में उन्हें साधकर अफजाल इस चुनाव का रुख अपने पक्ष में करने की कोशिश करेंगे।

उन्हें पता है कि मुख्तार की मौत में साजिश की बात कहकर वे एक बड़े वोट बैंक को आसानी से अपने पक्ष में कर लेंगे। यही वजह है कि अफजाल के चुनाव में मुख्तार का नाम साथ-साथ चल रहा है।

गाजीपुर की राजनीति को समझने वाले राजीव मिश्रा से जब हमने यह सवाल किया कि अफजाल के 23 दिन तक चुनाव प्रचार में न रहने का क्या असर होगा? इस पर राजीव ने कहा कि अफजाल अंसारी चुनाव प्रचार में भले नहीं उतरे थे लेकिन मुख्तार की मौत के बाद सबसे अधिक चर्चा अगर किसी सीट की हुई तो वह गाजीपुर लोकसभा सीट है।

इसके अलावा डीएम से बहस का मुद्दा हो या सरकार को घेरने का, अफजाल लगातार फ्रंट फुट पर नजर आए। राजीव कहते हैं कि मुख्तार की मौत के बाद पूरी समाजवादी पार्टी अंसारी परिवार के साथ नजर आई। धर्मेंद्र यादव ने मुख्तार की कब्र पर गुलाब के फूल चढ़ाए तो अखिलेश यादव खुद उनके घर पहुंचकर परिवार के साथ दुख साझा किया।

इन सब बातों से एक बात साफ है कि अफजाल की चुनाव प्रचार से दूरी महज कहने की बात है। वो प्रचार से दूर रहकर भी गाजीपुर लोकसभा सीट पर अपनी बात जनता तक पहुंचाने में कामयाब रहे हैं। अब ये बात अलग है कि इस चुनाव में मुख्तार की मौत हो चुकी है। जनता अफजाल की बातों को कितना गंभीरता से लेती है, इसे देखना होगा।

मुख्तार की मौत के बाद अफजाल से जिस जंगीपुर से चुनाव की दोबारा शुरुआत की है वो सीट सपा की गढ़ कही जाती है। अपने चुनाव प्रचार के जरिए उन्होंने यह बात सपाईयों को बताने की कोशिश की है कि मुश्किल के बाद भी वह सबसे पहले जंगीपुर ही लौटे हैं, जहां आने का वादा था। इस सीट की बात करें तो साल 2008 में परसीमन के बाद यह सीट अस्तित्व में आई।

अफजाल अंसारी ने कहा कि ये लोग हमारे पीछे पड़े हैं लेकिन फर्जी और निराधार मुकदमे के आधार पर जिस मामले में कोर्ट ने हमें बरी कर दिया था। उसी मामले में षडयंत्र के तहत मुझे कोर्ट में चुनौती दी गई और 4 साल की सजा हुई। जिसके खिलाफ मैं हाईकोर्ट गया और मेरी जमानत मंजूर हुई।

इसके बाद हम सर्वोच्च न्यायालय गए जहां से सजा को स्थगित कर दिया गया। सर्वोच्च न्यायालय ने 30 जून तक के लिए डायरेक्शन दिया हुआ है इसके निस्तारण के लिए प्रयास किया जाएगा।

चुनाव प्रचार करने पहुंचे अफजाल अंसारी ने सपाईयों में खूब जोश भरा। उन्होंने सपा के कार्यकर्ताओं से चुनाव में जुट जाने के लिए कहा। बोले कि चुनाव में तमाम तरह की बातें सामने आएगी लेकिन आप सभी को मजबूती से अपने प्रचार में लगे रहना है। आज अफजाल अंसारी के नाम से विपक्ष के लोग घबरा रहे हैं क्योंकि उन्हें पता ही कि जनता हमारे साथ है। अफजाल अंसारी ने कहा आप सभी कार्यकर्ता घरों से निकलकर लोगों तक पहुंचे और जनता तक अपनी बात पहुंचाएं।

अपने चुनाव प्रचार में अफलाज अंसारी ने कार्यकर्ताओं से टीवी न देखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जो टीवी आप देखते हैं वो सरकार का कवच बनकर काम कर रही है। वहां आपको अपनी बात नहीं मिलेगी। इसलिए टीवी देखना पूरी तरह से बंद कर दीजिए ताकि आप अपने नजरिए से हकीकत को जान सकें।

चुनाव प्रचार में अफलाज अंसारी ने भाजपा के नारे को खोखला बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों का नारा है कि यूपी में सभी 80 सीटें जीत रहे हैं। लेकिन जनता को उनकी बातों पर भरोसा नहीं है। आज चारों तरफ सरकार के विफलता की चर्चा हो रही है। हर कोई जानना चाहता है कि सरकार आखिर मंहगाई और बेरोजगारी पर क्यों नहीं बोल रही है।
'