10वीं पास फर्जी सिपाही की 20 प्रेमिका, 4 राज्यों की 10 महिलाओं से बनाए संबंध; 2 शादी की
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, मुजफ्फरनगर. उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने फर्जी सिपाही बनकर तीन साल तक कई महिलाओं को प्रेमजाल में फंसाकर शारीरिक शोषण किया। आरोपी की पहचान चरथावल कस्बा निवासी नौशाद के रूप में हुई है, जो केवल 10वीं पास है। हैरानी की बात यह है कि आरोपी ने खुद को ‘कॉन्स्टेबल राहुल’ बताकर महिलाओं का भरोसा जीता और करीब 20 महिलाओं को अपने जाल में फंसाया। इनमें से 10 के साथ उसने शारीरिक संबंध भी बनाए।
नौशाद ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया कि वह हिंदू महिलाओं को 'राहुल' और मुस्लिम महिलाओं को 'नौशाद' या 'अब्दुल' नाम से अपनी पहचान बताता था। उसके पास तीन नामों की नेम प्लेट भी थी, जिन्हें वह अपनी जरूरत के अनुसार बदलता रहता था। वर्दी में अक्सर खुद को उत्तर प्रदेश पुलिस का कॉन्स्टेबल बताकर वह महिलाओं को भरोसे में लेता और फिर नजदीकियां बढ़ाकर संबंध बनाता।पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी कुछ समय पहले संभल में एक पुलिसकर्मी दोस्त के साथ रह रहा था, जो चुनाव ड्यूटी के सिलसिले में मध्य प्रदेश गया हुआ था। इसी दौरान नौशाद ने उसके बैग में रखी पुलिस वर्दी चुरा ली और खुद फर्जी कॉन्स्टेबल बन गया। वर्दी पहनकर उसने कई बार असली पुलिसकर्मियों के साथ उठना-बैठना भी किया, ताकि लोगों को उस पर शक न हो।
पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि आरोपी ने अपना शिकार ज्यादातर ऐसी महिलाओं को बनाया जो या तो विधवा थीं या पति से अलग रह रही थीं। असम, मेघालय, दिल्ली, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा, संभल और मुजफ्फरनगर सहित कई शहरों में वह महिलाओं को अपना शिकार बना चुका है।
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ये आरोपी नौशाद की पुलिस वर्दी में तस्वीर है। |
इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ, जब एक पीड़िता ने नगर कोतवाली में आरोपी की शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ सिटी राजू कुमार साव को जांच सौंपी गई। जांच में पुष्टि होने के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से पुलिस वर्दी और फर्जी नेम प्लेट बरामद की गई है।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जा चुका है। उन्होंने आम जनता से अपील की कि कोई भी व्यक्ति अगर पुलिस की वर्दी में मिले, तो उससे संबंधित विभागीय पहचान पत्र अवश्य मांगे। केवल वर्दी देखकर किसी पर भरोसा करना खतरनाक हो सकता है।