गाजीपुर में गंगा नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु के करीब रुका, खतरे का निशान 63.105 मीटर
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले में गंगा नदी का जलस्तर बीती आधी रात से स्थिर हो गया गया। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, दोपहर 3 बजे तक नदी का जलस्तर 62.070 मीटर पर रुका रहा। यह सामान्य जलस्तर 59.906 मीटर से अधिक है।
उत्तराखंड और पहाड़ी इलाकों से आ रहे पानी के कारण गाजीपुर में गंगा नदी का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहा था। बाढ़ की स्थिति के मापदंड के अनुसार, नदी का सामान्य जलस्तर 59.906 मीटर है। चेतावनी बिंदु 62.100 मीटर पर और खतरे का निशान 63.105 मीटर पर निर्धारित है। उच्च बाढ़ स्तर 65.220 मीटर पर माना जाता है।
पिछले तीन सालों के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में गंगा का उच्चतम जलस्तर 64.680 मीटर, 2022 में 64.390 मीटर और 2024 में 63.670 मीटर दर्ज किया गया। वर्तमान जलस्तर चेतावनी बिंदु के करीब है।
कई बीघा फसल डूबी राहत की बात यह है कि अभी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 63.105 मीटर से करीब एक मीटर नीचे है। बीते दिनों पानी बढ़ने के कारण जिले की सदर, सैदपुर, जमानिया और मुहम्मदाबाद तहसीलों के तटवर्ती इलाके प्रभावित हुए। इन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घुस गया है। किसानों के सैकड़ों बीघा खेत और फसलें जलमग्न हैं।
रास्तों में भर गया पानी रेवतीपुर-नागदिलपुर मार्ग से नसीरपुर और रेवतीपुर-गहमर बाईपास मार्ग से हसनपुर जाने वाले रास्तों पर भी पानी भर गया था। लेकिन अब जलस्तर स्थिर होने के बाद लोगों में आने वाले दिनों में घटाव की उम्मीद बनी हुई है। फिलहाल जनपद के सैदपुर क्षेत्र में जलस्तर घटने लगा है।
500 आपदा मित्र करेंगे काम प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की तैयारियां कर ली हैं। प्रभावित इलाकों में 160 बाढ़ चौकियां और 44 बाढ़ शरणालय स्थापित किए गए हैं। लगभग 500 आपदा मित्र ग्रामीण इलाकों में कार्य करेंगे। जिला प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है। एसडीएम और तहसीलदार क्षेत्र में तैनात किए गए हैं। हर 3 घंटे में बाढ़ की स्थिति का आकलन किया जा रहा है।