जूनियर इंजीनियर पटरी पर लेटा, सिर कटकर अलग; साला बोला- अफसर परेशान कर रहे थे
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, शाहजहांपुर. यूपी के शाहजहांपुर में जूनियर इंजीनियर (JE) ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। उसका सिर कटकर धड़ से अलग हो गया। धड़ ट्रैक पर कुछ देर छटपटाता रहा। इंजीनियर के साले ने विभाग के एक्सईएन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। बताया, जीजा विवाद के बाद से डिप्रेशन में थे। लेकिन, वे ऐसा कदम उठा लेंगे, यह कभी सोचा नहीं था।
![]() |
ट्रेन से कटकर जेई का सिर और धड़ अलग हो गए। |
घटना गुरुवार की है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इंजीनियर रायबरेली के रहने वाले थे और शाहजहांपुर में ससुराल में रहकर नौकरी कर रहे थे। उनकी पत्नी सीतापुर में सरकारी टीचर है। संतोष कुमार (36) सिंचाई विभाग के नलकूप खंड में जूनियर इंजीनियर (JE) थे। उनका पैतृक घर रायबरेली के मझवगवा करन गांव में है। शाहजहांपुर में उनकी ससुराल और तैनाती थी।
5 साल से ससुराल में रह रहे थे
संतोष कुमार की साल 2020 में नौकरी लगी थी। वह शाहजहांपुर में थाना सदर बाजार क्षेत्र के एमनजई जलालनगर में ससुराल में रहकर ड्यूटी करते थे। गुरुवार सुबह वह रोज की तरह उठे और पूजा-पाठ करके चाय पी। साढ़े आठ बजे वह घर से निकल गए और रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। पंजाब मेल के आते ही संतोष ने रेलवे ट्रैक पर लेटकर आत्महत्या कर ली। ट्रेन उनकी गर्दन के ऊपर से निकल गई, जिससे उनका सिर धड़ से अलग हो गया।
![]() |
अमित ने बताया, जीजा जी का एक्जीक्यूटिव इंजीनियर से दो महीने पहले विवाद हुआ था। |
यात्रियों ने देखते ही जीआरपी को सूचना दी। जीआरपी ने फौरन मौके पर पहुंचकर शव को ट्रैक से हटाया। कपड़ों से आईकार्ड मिला। GRP ने पहचान करके घटना की जानकारी साले अमित वर्मा को दी। अमित वर्मा जब स्टेशन पहुंचे तो जीआरपी ने उनको आईकार्ड दिखाया, जिससे उन्होंने शिनाख्त की।
शादी के बाद लगी थी नौकरी
अमित ने बताया कि साल 2019 में बहन सरिता वर्मा की शादी संतोष से हुई थी। इसके एक साल बाद ही उनकी शाहजहांपुर में नौकरी लग गई थी। तब से वह ससुराल में रह रहे हैं। सरिता सीतापुर के महोली में प्राइमरी स्कूल में टीचर हैं। वह अपने ससुर और चार साल की बेटी ट्विंकल और ढाई साल की बेटी गौरी के साथ सीतापुर में किराए के मकान में रहती हैं।
![]() |
JE संतोष कुमार और उनकी पत्नी सरिता वर्मा। |
अमित ने बताया, दो महीने पहले संतोष ने बताया था कि उनका एक्जीक्यूटिव इंजीनियर (XEN) काम का बहुत दबाव बना रहा है। हर तरह से प्रताड़ित कर रहा है, नौकरी कर पाना मुश्किल हो रहा है।
अमित के मुताबिक, तब हम सब उनके ऑफिस गए थे। वहां जाकर एक्सईएन से बातचीत की थी। हम लोग एक्सईएन के खिलाफ तहरीर भी देने वाले थे, लेकिन उस वक्त संतोष ने रोक दिया था। कहा था कि हमें तो इसी विभाग में नौकरी करना है।
शिकायत देने से विवाद और बढ़ जाएगा। उसके बाद से संतोष काफी डिप्रेशन में रहने लगे थे, लेकिन वह हम लोगों से ज्यादा कुछ शेयर नहीं करते थे। अमित ने कहा कि उनकी पत्नी और वह सरकारी नौकरी करते हैं, वो आत्महत्या नहीं कर सकते हैं। जरूर कुछ हुआ है, जिसकी जांच कराई जाए।
![]() |
अमित की पत्नी सीता ने बताया- मैंने सुबह नाश्ता करवाया था। घर से निकलने के 15 मिनट बाद मौत की खबर आ गई। |
अमित की पत्नी सीता ने बताया, ननद सीतापुर में रहती हैं, इसलिए हम लोग उनका ध्यान रखते थे। रोज की तरह सुबह संतोष सोकर उठे थे। उन्होंने पूजा की और उसके बाद नाश्ता किया था। बाइक साफ की थी और घर से निकल गए। हम लोगों ने सोचा कि हो सकता है कि वह दही जलेबी खाने गए होंगे, लेकिन महज 15 मिनट बाद उनकी मौत की खबर मिली।
जीआरपी इंस्पेक्टर रेहान अली ने बताया, एक व्यक्ति की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हुई है। आईकार्ड से पहचान करके परिवार को सूचित कर दिया है। अभी परिजनों ने तहरीर नहीं दी है। वहीं, नलकूप खंड के एक्सईएन से उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।