गाजीपुर जिलाधिकारी ने निर्माण कार्यों में देरी और गुणवत्ता पर जताई नाराजगी, ठेकेदारों पर FIR के आदेश
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने विभिन्न निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में कस्तूरबा आवासीय विद्यालय, देवकली के निर्माण में गुणवत्ता की कमी की शिकायत सामने आई। इस पर जिलाधिकारी ने कार्यदायी संस्था सी एंड डीएस जल निगम, जौनपुर के अधिशासी अभियंता से स्पष्टीकरण तलब किया है।
पाइप पेयजल योजना को नवंबर 2025 तक पूरा करने का निर्देश
जिलाधिकारी ने उत्तर प्रदेश जल निगम (शहरी) को वार्ड नंबर 10 में पाइप पेयजल योजना का कार्य नवंबर 2025 तक पूर्ण करने का सख्त निर्देश दिया। बैठक में जल निगम, लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, यूपी सिडको, और प्रोजेक्ट कॉरपोरेशन जैसे कार्यदायी संस्थानों के कार्यों की गहन समीक्षा की गई।
धन आवंटन के बावजूद देरी पर नाराजगी
जिलाधिकारी ने धन आवंटन के बाद भी कम प्रगति वाले कार्यों पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने सभी निर्माण एजेंसियों को गुणवत्तापूर्ण कार्य समय पर पूरा करने के लिए चेतावनी दी। अविनाश कुमार ने स्पष्ट किया कि समयसीमा में काम पूरा न करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। साथ ही, जिन विभागों को धन आवंटित हो चुका है, वहां लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को स्वयं जिम्मेदार ठहराया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
गुणवत्ता और समयबद्धता पर जोर
जिलाधिकारी ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने समयबद्ध और पारदर्शी कार्य प्रणाली सुनिश्चित करने पर जोर दिया ताकि गाजीपुर में विकास कार्य निर्बाध गति से पूरे हो सकें।