गाजीपुर जिला सचिवालय का घूसखोर वरिष्ठ सहायक सस्पेंड, विभागीय कार्रवाई शुरू
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. कलेक्ट्रेट परिसर के जिला सचिवालय के वरिष्ठ सहायक अभिनव यादव को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार होने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है। उसके खिलाफ अन्य विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
डीएम कार्यालय से प्रधान सहायक के पद से सेवानिवृत्त हुए प्रेमानंद सिन्हा 30 जून 2025 को वह सेवानिवृत्त हुए थे। 20 मई को उनकी लेखा पर्ची आ गई थी। महालेखाकार से भुगतान के आदेश के बाद भी जीपीएफ का पैसा नहीं मिला। वह वरिष्ठ सहायक अभिनव यादव से मिले तो उसने 40 हजार रुपये रिश्वत की मांग की।
प्रेमानंद सिन्हा ने चंद दिन पहले तक आफिस में एक साथ काम करने का हवाला दिया था, लेकिन उसने बिना पैसे के काम करने से इन्कार कर दिया। प्रेमानंद सिन्हा ने इसकी शिकायत वाराणसी एंटी करप्शन से की। एंटी करप्शन के निरीक्षक उमाशंकर सिंह के नेतृत्व में टीम ने 18 जुलाई को शिकायतकर्ता से 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए अभिनव यादव को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया था।
एंटी करप्शन ने मुकदमा दर्ज कर उसे वाराणसी के एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया, जहां से वह जेल चला गया था। डीएम अविनाश कुमार के आदेश पर रिश्वतखोर बाबू अभिनव यादव को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही विभागीय कार्रवाई शुरू हो गई है। अगर बाबू की संपत्ति की जांच होगी तो हैरान करने वाला मामला सामने आएगा।