Today Breaking News

गैंगरेप आरोपी की गिरफ्तारी पर पिता की हार्टअटैक से मौत, पुलिस से गिड़गिड़ाया, बेटे से लिपटकर रोया; फिर तोड़ा दम

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी पुलिस ने शनिवार को गैंगरेप के तीसरे आरोपी को अरेस्ट कर लिया। इसके करीब ढाई घंटे बाद सदमे में पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई। आरोपी के भाई ने बताया- पुलिस ने मेरे भाई को घर से पकड़ा। जब पुलिस उसे लेकर जा रही थी, तो मेरे पिता ने पुलिस से कहा कि बेटा बेकसूर है।
वह हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन पुलिस नहीं मानी। इस पर वह बेटे के सीने से लगकर रोने लगे। लेकिन, पुलिस भाई को जबरदस्ती साथ ले गई। तभी पिता को हार्टअटैक आ गया। हम लोग उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं, थाना चौबेपुर पुलिस का दावा है कि आरोपी को सारनाथ मोड़ से गिरफ्तार किया गया है।

गांव जयरामपुर में रहने वाले सूरज विश्वकर्मा ने बताया कि शनिवार को मेरा भाई रोहित घर पर था। सुबह करीब 11 बजे पुलिस घर आई और मेरे भाई को लेकर जाने लगी। पिता नखड़ू ने भाई को बेकसूर बताया, लेकिन पुलिस नहीं मानी। वो लोग मेरे भाई को ले गए।

इसके बाद मेरे पिता चारपाई पर बैठ गए और रोते रहे। फिर अचानक वह चारपाई पर गिर गए। हम लोग वहां पहुंचे। शरीर में हलचल नहीं होते देख उन्हें डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। शाम को घरवालों ने पिता का का अंतिम संस्कार कर दिया।

वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में दिसंबर, 2024 को 16 साल की लड़की को गांव के ही 2 युवक अपहरण कर सुनसान जगह पर ले गए। वहां उसके साथ गैंगरेप किया, फिर छोड़कर भाग गए। इस दौरान उसके फोटो और वीडियो भी बना लिए। फिर दोनों युवकों ने वीडियो से लड़की को ब्लैकमेल किया। इसके बाद अपने दोस्तों को भी इसमें शामिल किया।
फिर गांव के 7 युवकों ने कई दिनों तक लड़की के साथ गैंगरेप किया।इसके बाद शिकायत करने पर लड़की और उसके घरवालों को जान से मारने की धमकी दी गई। गैंगरेप के बाद लड़की प्रेग्नेंट हो गई।

लड़की से रेप करने वाले युवकों के घरवालों को यह बात बताई गई, तो गैर जाति का हवाला देकर उन्हें भगा दिया गया। इसके बाद लड़की पुलिस के पास गई। पुलिस ने कई दिन तक थाने के चक्कर लगवाए। एसओ ने चौकी इंचार्ज से जांच कराने की बात कही। फिर गैंगरेप के 6 महीने बाद केस दर्ज किया गया। पुलिस ने लड़की के परिजनों की शिकायत पर गांव के ही 2 युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।

अब पीड़िता की डिलीवरी में कैसी दिक्कतें हुई, ये भी जानिए...
25 अगस्त को वाराणसी में लड़की ने बेटी को जन्म दिया। उसे दर्द उठा, तो घंटों इंतजार के बाद एक एम्बुलेंस तक नहीं मिल सकी। परिवार के मुताबिक, ऑनलाइन नंबर पर कॉल की। थाने में भी गुहार लगाई। लेकिन, कोई मदद के लिए आगे नहीं आया।

सिस्टम से हारकर पिता और रिश्तेदार उसको एक ऑटो से चौबेपुर से वाराणसी लाए। रास्ते में प्रसव पीड़ा के बीच उसने बेटी को जन्म दे दिया। परिवार ने सड़क पर ही लोगों से मदद मांगी। पास की एक क्लिनिक पर लड़की को ले जाकर बच्चे की नाल काटी गई। यहां प्राथमिक इलाज दिलाने के बाद परिवार बेटी को लेकर सरकारी हॉस्पिटल पहुंचा। यहां से 24 घंटे बाद लड़की को डिस्चार्ज कर दिया गया।
 
 '