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पुलिस ने चौकी में कराई प्रेमी-प्रेमिका की शादी, 3 साल से अफेयर था

ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. कानपुर में पुलिस ने एक प्रेमी जोड़े की शादी करवाई। दोनों का 3 साल से अफेयर था। लड़की 3 दिन पहले भागकर लड़के के घर आ गई। पुलिस दोनों को पकड़कर चौकी लेकर आई, तो उन्होंने परिजनों से जान का खतरा बताया।
2 दिन तक चौकी में दोनों के परिवार को बैठाकर पंचायत कराई गई। जब दोनों परिवार मान गए, तब चौकी में ही बने मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से शादी करवाई गई। पंडित ने मंत्र पढ़े, लड़के ने लड़की की मांग भरी। इस दौरान दोनों के परिजन मौजूद रहे। मामला साढ़ थाना क्षेत्र के बिरहर चौकी का है।

अब पढ़िए पूरा मामला...
साढ़ थाना क्षेत्र के हंसकर गांव निवासी विकास कुशवाहा (21) का बिधनू थाना क्षेत्र के कठेरुआ गांव निवासी नंदनी प्रजापति से अफेयर था। दोनों के गांव की दूरी 46 किमी है। विकास की रिश्तेदारी कठेरुआ गांव में है। करीब 3 साल पहले युवक रिश्तेदारी में गया था। वहां पर उसकी मुलाकात नंदनी से हुई। इसके बाद दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हो गया।

इस बात की जानकारी जब नंदनी के घरवालों को हुई, तो उन्होंने नंदनी का बाहर आना-जाना बंद करा दिया। उस पर नजर रखने लगे। नंदनी रात में चोरी से विकास से छुपकर बात करती रही।

नंदनी ने अपने घरवालों के सामने विकास के साथ शादी करने की बात रखी। लड़का गैर बिरादरी का होने के चलते घरवाले शादी के लिए तैयार नहीं हुए। जिसपर दोनों ने घर से भागकर शादी करने का फैसला किया। जिसपर विकास नंदनी को 13 अगस्त को भागकर अपने घर ले आया।

लड़की के परिजनों ने पुलिस को दी जानकारी इस बात की जानकारी होते लड़की के परिजनों ने बिरहर चौकी पहुंचकर पुलिस से मामले की शिकायत की। पुलिस दोनों को घर से पकड़कर चौकी लेकर आई। जहां पर दोनों एक दूसरे के साथ रहने की जिद पर अड़े रहे। दोनों ने कहा कि परिवार वाले हमे मार देंगे।

चौकी पहुंचीं ग्राम प्रधान उमरा नीतू सिंह ने दोनों के परिजनों को समझाया। पुलिस ने भी दोनों पक्ष को समझाया। दोनों के परिजनों को शादी के लिए राजी कर लिया। इसके बाद पंडित बुलाकर चौकी के मंदिर में ही दोनों की शादी कराई गई।

दोनों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। 7 फेरे लेकर लड़के ने लड़की की मांग में सिंदूर भरा। विकास 12वीं तक पढ़ा है, प्राइवेट नौकरी करता है। थाना प्रभारी बोले- दोनों ने अपनी मर्जी से की शादी साढ़ थाना प्रभारी अवनीश कुमार सिंह ने बताया- लड़का और लड़की दोनों बालिग थे, परिजन दोनों की बिरादरी अलग होने के चलते शादी को तैयार नहीं थे। लड़का और लड़की एक दूसरे के साथ जीवन व्यतीत करना चाहते थे। जिसपर दोनों ने अपनी स्वेच्छा से ग्राम प्रधान और परिजनों की मौजूदगी में बिरहर चौकी परिसर में स्थित मंदिर में शादी की है। इसके बाद दोनों अपने घर चले गए।
 
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