गाजीपुर में महिला ने मरी हुई बच्ची को जन्म दिया, पति ने अपना मानने से इनकार किया
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में सैदपुर के महिला अस्पताल में एक विवाहिता ने मृत बच्ची को जन्म दिया। पति ने नवजात को अपना बच्चा मानने से इनकार कर दिया। उसने डीएनए जांच की मांग की और घंटों हंगामा किया।
बड़िहारी गांव की आरती की शादी दो साल पहले वाराणसी के धरहरा गांव निवासी धनंजय से हुई थी। शादी के कुछ महीनों बाद ही दोनों के बीच संबंध खराब हो गए। जब आरती गर्भवती हुई, तो ससुराल वालों ने उसे मायके भेज दिया। इसके बाद पति ने तलाक का मुकदमा दायर कर दिया।
गुरुवार को आरती ने मृत बच्ची को जन्म दिया। ससुराल पक्ष को सूचना दी गई। पति ने नवजात के अंतिम संस्कार को रोकने को कहा। रात 10 बजे धनंजय ने कोतवाली में प्रार्थना पत्र देकर शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग की।
स्वास्थ्य केंद्र पर धनंजय ने हंगामा किया। ससुराल पक्ष और स्थानीय लोगों ने समझाने का प्रयास किया। लेकिन वह डीएनए जांच की मांग पर अड़ा रहा। स्थानीय लोग 12 घंटे से शव रोके जाने पर आक्रोशित हो गए।
धनंजय का कहना है कि वह शादी के बाद से पत्नी के संपर्क में नहीं रहा। उसने नवजात को अपना बच्चा मानने से इनकार किया।
वहीं धनंजय की सास मीरा देवी ने कहा कि उनकी बेटी पर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। मृत नवजात बच्ची धनंजय की ही संतान है। पुलिस ने अंततः शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।