गाजीपुर अफीम फैक्ट्री बंद होने के कगार पर, सांसद संगीता बलवंत ने किया निरीक्षण, वित्त मंत्री से करेंगी बात
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर की ऐतिहासिक अफीम फैक्ट्री, जो एशिया की सबसे बड़ी फैक्ट्रियों में से एक है, अब बंद होने के कगार पर पहुंच गई है। इस गंभीर स्थिति की शिकायत मिलने के बाद राज्यसभा सांसद डॉ. संगीता बलवंत ने फैक्ट्री का निरीक्षण किया। उन्होंने महाप्रबंधक (जीएम) दौलत कुमार की शिकायत पर यह दौरा किया और लगभग एक घंटे तक विभिन्न विभागों का जायजा लिया, साथ ही कर्मचारियों से भी बातचीत की।
निरीक्षण के बाद मीडिया से बात करते हुए सांसद डॉ. संगीता बलवंत ने कहा कि यह फैक्ट्री गाजीपुर की पहचान और गौरव का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि ब्रिटिश शासन काल में वर्ष 1820 में स्थापित यह अफीम फैक्ट्री अपनी ऐतिहासिक धरोहर के साथ संघर्ष कर रही है। सांसद ने इस मामले को गंभीरता से लेने और जल्द ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को इसकी जानकारी देने की बात कही, ताकि फैक्ट्री को फिर से सक्रिय किया जा सके।
सांसद ने बताया कि फैक्ट्री की उत्पादन गति काफी धीमी हो चुकी है। पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान यहां की कई मशीनें मध्य प्रदेश के नीमच भेज दी गई थीं। हालांकि, अब नई मशीनों के लिए मंजूरी मिल चुकी है और जल्द ही फैक्ट्री में नई मशीनें लगाई जाएंगी, जिससे कामकाज की रफ्तार बढ़ेगी।अफीम फैक्ट्री के जीएम दौलत कुमार ने पुष्टि की कि उन्होंने फैक्ट्री से जुड़ी समस्याओं की जानकारी सांसद को दी थी।
उन्होंने उम्मीद जताई कि सांसद के निरीक्षण के बाद यह मामला केंद्र सरकार तक पहुंचेगा और तकनीकी या प्रशासनिक कमियों को जल्द दूर किया जाएगा, जिससे गाजीपुर की यह ऐतिहासिक धरोहर अपने पुराने स्वरूप में लौट सकेगी।