गाजीपुर में देवउठनी एकादशी पर तुलसी विवाह संपन्न, शहर से गांवों तक महिलाओं ने की विशेष पूजा
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के मरदह क्षेत्र में देवउठनी एकादशी पर्व पर तुलसी विवाह का आयोजन धूमधाम से संपन्न हुआ। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवउठनी या प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु अपनी चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं।
यह पर्व शहर से लेकर गांवों तक विशेष रूप से मनाया गया। इस दौरान महिलाएं अपने घर के आंगन में लगे तुलसी माता के पौधे के पास विधि-विधान पूर्वक उनका विवाहोत्सव पूजन करती नजर आईं। पूजा शाम से शुरू होकर देर रात तक चलती रही।
क्षेत्र के चर्चित पंडित कमलेश पाण्डेय ने बताया कि देवउठनी एकादशी के दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से जीवन की तमाम समस्याओं से मुक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि इस व्रत से पापों का नाश होता है, मन की शुद्धि होती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। संध्या में किए गए विशेष उपायों से व्यक्ति के जीवन में सुख, सौभाग्य और समृद्धि के द्वार खुल जाते हैं।
क्षेत्र की श्रृंखला सिंह, शैल सिंह, सविता सिंह, शम्मी सिंह, सोनम सिंह और जया सिंह ने बताया कि इस पूजा से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। उनके अनुसार, इस दिन तुलसी से जुड़े कुछ खास उपाय करने से घर में सुख, शांति और सौभाग्य का वास होता है। इन उपायों से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और परिवार में प्रेम तथा संतुलन कायम रहता है।
यह पर्व विकासखण्ड के बरही, नसरतपुर, अरखपुर, मरदह, नोनरा, पड़िता, रायपुर बाघपुर, करदह कैथवली, हैदरगंज, बिजौरा, हमीरपुर, मटेंहू, टिसौरी, गांई, घरिहां, चंवर, बसवारी, बहतुरा, कंसहरी, नरवर, महेगवां सहित कई अन्य गांवों में धूमधाम से मनाया गया।
