गाजीपुर: भाजपा से अकुताई जनता अब मान चुकी है सपा को एकमात्र विकल्पः राधेमोहन
गाजीपुर। सपा के पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह मानते हैं कि शहरी लोगों खासकर व्यापारी समुदाय का भाजपा से मोह भंग हो चुका है और उनके दिल में सपा के प्रति आकर्षण बढ़ा है। गाजीपुर न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी जैसा मसला न सिर्फ व्यापारी समुदाय को बल्कि आमजन को भी सांसत में डाला है। हर कोई परेशानहाल है। हलकान है।
लिहाजा, आमजन अब भाजपा से मुक्ति चाहता है और इसके लिए नगर निकाय चुनाव को वह बेहतर मौका मान रहा है। इस चुनाव के जरिये लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक संदेश पहुंचाने की तैयारी में हैं कि अव्यवहारिक, कष्टदायिक फैसले और झूठे नारे उन्हें हरगिज बर्दाश्त नहीं हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि आमजन के इस मिजाज से साफ है कि यह नगर निकाय चुनाव अगले लोकसभा चुनाव की दशा और दिशा तय करेगा।
आम जनता को सपा का खुशहाल शासन याद आने लगा है। व्यापारी समुदाय भी अब मान गया है कि भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का एक मात्र विकल्प सपा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव को लेकर उनके दिल में फिर से विश्वास जागा है। नगर निकाय चुनाव में बसपा की भूमिका की चर्चा पर पूर्व सांसद ने कहा कि अव्वल तो बीते विधानसभा चुनाव में ही वह आमजन की निगाह में गिर चुकी है। फिर आम शहरी में तो उसका कोई वजूद ही नहीं है। इस दशा में चुनाव मैदान में उसकी मौजूदगी महज औपचारिक है।
गाजीपुर नगर पालिका परिषद के सवाल पर पूर्व सांसद का कहना था कि पार्टी की चेयरमैन उम्मीदवार प्रेमा सिंह की जीत सुनिश्चित है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह भाजपा के दो दशक तक के कब्जे से आम नागरिकों की अकुताहट है। व्यथा है। दूसरे सपा में नेता से लगायत कार्यकर्ताओं में एकमत है। एक संकल्प है। एक लक्ष्य है। पार्टी उम्मीदवार की जीत। इसके ठीक उलट भाजपा में असंतोष है। भितरघात है। खींचतान है।
इसका लाभ सपा को गाजीपुर के सभी नगर निकायों में मिलेगा। गाजीपुर नगर पालिका में मुस्लिम वोटरों के रुख की बात पर उन्होंने कहा कि मुस्लिमों के लिए भाजपा का खात्मा पहली प्राथमिकता है और उसे एहसास हो गया है कि हम मजहब के फेर में पड़े तो भाजपा फिर बाजी मार लेगी। हालांकि पूर्व सांसद को संदेह है कि इस चुनाव में भी भाजपा अफवाह फैलाने से बाज नहीं आएगी लेकिन उन्हें यह भी भरोसा है कि सपा के कार्यकर्ता भाजपा की उस नापाक चाल को नाकाम कर देंगे।
