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अब बिना गार्ड के ही ट्रैक पर दौड़ेगी मालगाड़ी, पूरा नियंत्रण करेंगे लोको पॉयलट

गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रयागराज, यह विज्ञान का युग है, कुछ भी संभव है। क्योंकि रोज कुछ न कुछ ऐसे आविष्कार होते हैं, जिसकी मदद से ऐसे काम भी हो सकते हैं जो हम सोच भी नहीं सकते। कुछ ऐसा ही हैरत भरा कार्य भारतीय रेलवे भी करने जा रहा है। अब ट्रैक पर मालगाडिय़ां सरपट दौड़ेंगी वह भी बिना गार्ड के ही।

खर्चों को कम करने के उपाय भी ढूंढ़े जा रहे हैं
लॉकडाउन समाप्त होने पर ट्रेनों के परिचालन को बेहतर करने की रेलवे तैयारी कर रहा है। वहीं खर्चों को कम करने के उपाय भी ढूंढ़े जा रहे हैं। अभी मालगाडिय़ों में वैगन के अंत में एक गार्ड रहता है। अब बिना गार्ड के ही मालगाडिय़ों को चलाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए इंजन में एंड ऑफ ट्रेन टेलीमिट्री सिस्टम लगाया जाएगा। ऐसे में मालगाड़ी की पूरी कंट्रोलिंग लोको पायलट के पास रहेगी।

इंजन में एंड ऑफ ट्रेन टेलीमिट्री सिस्टम लगाया जाएगा
लॉकडाउन में 43 दिन तक सवारी गाडिय़ों का परिचालन बंद होने पर मालगाडिय़ां और पार्सल विशेष गाडिय़ां ही चल रही हैं। इसलिए रेलवे का पूरा फोकस भी इन पर है। सवारी गाडिय़ां न चलने पर रेलवे ने मालगाडिय़ों की स्पीड भी बढ़ा दी है। पार्सल विशेष गाडिय़ां समय सारिणी से चल रही हैं। रेलवे अब बिना गार्ड की मालगाड़ी चलाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए इंजन में एंड ऑफ ट्रेन टेलीमिट्री सिस्टम लगाया जाएगा। उसके माध्यम से मालगाड़ी के सभी वैगनों की स्थिति की जानकारी इंजन में ही हो जाएगी। वैगन के अंत में गार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी।

सिस्टम का डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर ट्रायल हो चुका है
इस सिस्टम का डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर ट्रायल किया गया है। वहां पर यह प्रयोग सफल रहा है। अब इसे मेन टै्रक पर चलने वाली मालगाडिय़ों पर आजमाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है, जो एक-एक पहलू पर अपनी विस्तृत रिपोर्ट देगी।

एनसीआर के सीपीआरओ ने यह कहा
उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह का कहना है कि मालगाडिय़ों के इंजन में एंड ऑफ ट्रेन टेलीमिट्री सिस्टम को लगाने पर विचार किया जा रहा है। इससे मालगाड़ी को बिना गार्ड के भी संचालित किया जा सकेगा।

लूप लाइन में भी 60 किमी की गति से दौडेंग़ी ट्रेनें
लॉकडाउन के बाद ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने की कवायद शुरू हो गई है। प्रयागराज मंडल में शताब्दी, राजधानी, वंदे भारत समेत अन्य ट्रेनें अधिकतम 130 किमी प्रति घंटे की गति से दौड़ती हैं। इसे बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटा करने की तैयारी है। इसके लिए प्वाइंट और लूप लाइनों में थिंक वेब स्विच लग रहे हैं। लूप लाइन में ट्रेनें अभी अधिकतम 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हैं। इसे 45 से 60 किमी  प्रति घंटा करने का काम हो रहा है। संभावना है कि लॉकडाउन खत्म होने पर कई जगह लूप लाइन में ट्रेनें 60 किमी प्रतिघंटे की गति से दौड़ते दिखाई देंगी। प्र्रयागराज मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि लूप लाइन में स्पीड बढऩे से गाडिय़ों की लेटलतीफी भी कम होगी।

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