पांच मौत के बाद भी उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर जारी, अब तक 466 पॉजिटिव
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। महामारी का भयानक रूप धारण कर चुका कोरोना वायरस उत्तर प्रदेश में तेजी से अपना पांव पसार चुका है। कोरोना वायरण के संक्रमण से अब तक पांच लोग अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि 466 लोग अभी भी इनकी चपेट में हैं। तब्लीगी जमात में शामिल होने के बाद उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में पहुंचे लोगों ने सूबे की फिजा बिगाड़ दी है। कोरोना के 466 संक्रमितों में 264 लोग दिल्ली में तब्लीगी जमात में शामिल थे।
उत्तर प्रदेश में ताजनगरी आगरा की हालत बेहद भयावाह है। यहां पर कुल 104 लोग कोरोना पॉजिटिव है, जबकि एक ने यहां दम तोड़ा था। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ने रविवार सुबह 582 सैंपल की जांच रिपोर्ट दी। जिसमें 12 लोग कोरोना वायरस पॉजियिव हैं। यह सभी सैंपल रिपोर्ट आगरा की है। इनमें से तीन जिला अस्पताल तथा नौ लोग सरोजिनी नायडू (एसएन) मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज ने भी सैंपल जांच में काफी बढ़ोतरी की है। कल देर रात से आज सुबह तक 582 सैंपल की जांच की गई है।
आगरा के हालात बेहद खतरनाक
आगरा में पॉजिटिव में चार महिलाएं तथा आठ पुरुष हैं। इनमें से आठ लोग तब्लीगी जमात में शामिल लोगों के सम्पर्क में थे। ताजनगरी में हालात अब बेकाबू होते जा रहे हैं। आज की रिपोर्ट मिलने के बाद आगरा में अब 104 कोरोना वायरस पॉजिटिव हैं। आज के सभी 12 मामले में आगरा के निजी हॉस्पिटल से जुड़े हैं। यहां के 16 मामले कोरोना वायरस संक्रमित हैं। आगरा में संक्रमित जमातियों की गिनती भी 52 पहुंच चुकी है। कुल संक्रमितों में आधे स्थानीय और आधे जमाती हैं। इनमें से एक की मौत हो चुकी है और दो लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।यहां सबसे ज्यादा 29 हॉटस्पॉट चिन्हित कर कम्पलीट लॉकडाउन कर दिया गया है। शनिवार को हॉटस्पॉट लिस्ट में कई पुराने इलाकों को हटाते हुए नए क्षेत्रों को जोड़ा गया। हॉटस्पॉट लिस्ट में 9 ऐसे क्षेत्र हैं जहां से तबलीगी जमात में शामिल हुए लोग मिले थे। फ़तेहपुर सीकरी का नायबांस इलाका भी हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है।
इससे पहले शनिवार को कोरोना की जद में आए एक आयुर्वेद डॉक्टर की मौत हो गई। बुलंदशहर निवासी 58 वर्षीय डॉक्टर को हालत बिगडऩे के बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस से अब तक पांच की जान जा चुकी हैं। जान गंवाने वालों में बुलंदशहर के अलावा मेरठ, वाराणसी, बस्ती और आगरा का एक-एक कोरोना पॉजिटिव शामिल हैं।
प्रदेश में 466 कोरोना पॉजिटिव
प्रदेश भर अब 466 कोरोना पॉजिटिव लोगों में से 264 सिर्फ तब्लीगी जमात के हैं, जबकि नोएडा में 64, पीलीभीत में दो, बस्ती में नौ, मुरादाबाद में दो, बरेली में छह, कौशांबी में दो और भदोही व बदायूं का एक-एक मरीज तब्लीगी जमात का नहीं है। इसी तरह लखनऊ में 32 में से 17, गाजियाबाद में 27 में से 15, कानपुर में नौ में से आठ, वाराणसी में नौ में से चार, शामली में सभी 17, जौनपुर में चार में से तीन, बागपत में पांच में से चार, मेरठ में 48 में से 27, बुलंदशहर में 11 में से छह, हापुड़ में सभी छह, गाजीपुर में सभी पांच, आजमगढ़ में सभी चार, फीरोजाबाद में सभी 11, हरदोई में सभी दो, प्रतापगढ़ में सभी छह, सहारनपुर में 21 मे से 20, शाहजहांपुर में एक, बांदा में सभी दो, महाराजगंज में सभी छह, हाथरस में सभी चार, मीरजापुर में सभी दो, रायबरेली में सभी दो, औरैया में सभी तीन, बाराबंकी में एक, बिजनौर में एक, सीतापुर में सभी 10, प्रयागराज में एक, मथुरा में दो में से एक, रामपुर में छह में से एक, मुजफ्फरनगर में चार में से तीन और अमरोहा में सभी सात कोरोना पॉजिटिव वह हैं, जो तब्लीगी जमात में शामिल होकर वापस लौटे हैं।
45 कोरोना पॉजिटिव को मिली अस्पताल से छुट्टी
प्रदेश में शनिवार को 13 और कोरोना पॉजिटिव स्वस्थ घोषित किए गए। इसमें मेरठ में नौ और आगरा व गाजियाबाद के दो-दो लोग शामिल हैं। इस तरह अब तक यूपी में कुल 45 कोरोना पॉजिटिव स्वस्थ होकर अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं। इनमें आगरा के 10, गाजियाबाद के पांच, नोएडा के 12, लखनऊ के पांच तथा शामली, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी और कानपुर का एक-एक व्यक्ति शामिल है। अधिकारियों के मुताबिक यूपी में जनसंख्या के मुकाबले संक्रमण धीमी गति से है। यूपी में अब तक कुल 10,595 लोगों की जांच कराई गई है, जिसमें से 10,012 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इनमें कोरोना वायरस नहीं पाया गया है। वहीं 131 संदिग्ध लोगों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
शनिवार को 576 संदिग्ध भी भर्ती
प्रदेश में शनिवार को 576 कोरोना वायरस संदिग्ध लोगों को विभिन्न अस्पतालों में करवाया गया। इसी तरह 22,273 ऐसे लोग चिह्नित हैं, जो बीते दिनों चीन या किसी अन्य देश की यात्रा कर वापस यूपी लौटे हैं। इन सभी को रैपिड रिस्पांस टीम की निगरानी में रखा गया है। अब तक ऐसे 70 हजार लोग चिन्हित किए जा चुके हैं।